Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के दो जिलों से दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं। सहारनपुर (Saharanpur) में एक निजी मेडिकल विश्वविद्यालय के दो छात्रों पर पाकिस्तान समर्थन में नारे लगाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वहीं अमरोहा जिले के गजरौला में एक सरकारी सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेज के एक छात्र को ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने पर अज्ञात लोगों द्वारा कथित रूप से पीटा गया है।

पुलिस ने कहा कि शनिवार को सोबन (18), और शोबन (19) जो सहारनपुर के मिर्जापुर में निजी ग्लोकल यूनिवर्सिटी में बी फार्मा की पढ़ाई कर रहे हैं। इन दोनों छात्रों ने कथित तौर पर अन्य अज्ञात छात्रों के साथ पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, जब यह छात्र यूनिवर्सिटी की बस में थे।

अभी तक किसी की नहीं हुई गिरफ्तारी: पुलिस

बस के अंदर का 12 सेकेंड का वीडियो वायरल होने के बाद सहारनपुर के एसएसपी विपिन ने मिर्जापुर पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था। मिर्जापुर थाने के इंचार्ज पीयूष दीक्षित ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया कि इस सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। विश्वविद्यालय के मीडिया विंग ने कहा कि पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद दोनों छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है।

अमरोहा जिले (Amroha) की गजरौला पुलिस ने कहा कि रमाबाई डिग्री कॉलेज के 20 वर्षीय छात्र विशाल शर्मा ने आरोप लगाया था कि कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 1 फरवरी की रैली के दौरान एक शिक्षक ने उसे भारत माता की जय का नारा नहीं लगाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि शर्मा ने यह भी दावा किया कि 3 फरवरी की शाम को नारे लगाने के लिए कॉलेज के छात्रावास में पांच अज्ञात छात्रों ने उसकी पिटाई की गई थी।

विशाल को नहीं पीटा गया: प्राचार्य

इस मामले पर स्कूल के प्राचार्य रईस अहमद ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार संस्थान के अंदर न तो विशाल को पीटा गया और न ही किसी शिक्षक ने उसके नारा लगाने पर आपत्ति की। आरोप और कुछ नहीं, बल्कि उन लोगों के निहित स्वार्थों के लिए हमारे कॉलेज को बदनाम करने का प्रयास है, जिन्हें हम नहीं जानते हैं। हम इस संबंध में किसी भी जांच के लिए स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

बजरंग दल और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज को बंद कराया

वहीं शनिवार की सुबह स्थानीय बजरंग दल और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर में धावा बोल दिया और संस्थान को जबरन बंद करा दिया। इसके बाद उन्होंने प्रधानाध्यापक और शिक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और शर्मा की पिटाई करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गजरौला थाने के बाहर सड़क पर जाम लगाया था।