Case Census: केंद्र सरकार पर जातिगत जनगणना कराने का दबाव बनाने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी तैयारी में है। इस मुद्दे को लेकर सपा 24 फरवरी से राज्यव्यापी अभियान शुरू करेगी। समाजवादी पार्टी वाराणसी से इस अभियान की शुरुआत करते हुए राज्य के सभी 822 ब्लॉक में जनसभा करेगी। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के इस अभियान को एक बड़े मूव की तरह देखा जा रहा है।
सपा नेतृत्व ने प्रचार अभियान चलाने का जिम्मा पार्टी के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप को सौंपा है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य भी रहेंगे
ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हाल ही में रामचरितमानस पर अपनी टिप्पणी के लिए चर्चा में रहे हैं। उन्होंने हिंदू महाकाव्य को ओबीसी, दलितों और महिलाओं के प्रति अपमानजनक बताया था। हालांकि इसके बाद से सपा जातिगत जनगणना की अपनी मांग को लेकर आक्रामक दिखाई दे रही है। जब भाजपा ने मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो सपा नेतृत्व ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया। मौर्य की टिप्पणी के लिए आलोचना करने पर सपा ने गुरुवार को दो महिला नेताओं को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
सपा के अभियान की ज़िम्मेदारी संभाल रहे ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मौर्य जाति जनगणना पर सेमिनार को भी संबोधित करेंगे। कश्यप ने बताया कि मैं पहले चरण में सेमिनार को संबोधित करूंगा। बाद में अन्य चरणों में और नेता अभियान में शामिल होंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य जी भी सेमिनार को संबोधित करेंगे। कश्यप ने कहा कि जाति जनगणना की मांग के लिए जनता के समर्थन से एक आंदोलन बनाने के लिए पार्टी ओबीसी और अन्य जातियों तक पहुंचेगी।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से शुरुआत क्यों ?
राजपाल कश्यप ने जानकारी दी कि पहले चरण में जो 5 मार्च तक वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही और प्रयागराज जिलों में ब्लॉक-स्तरीय सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। वाराणसी से अभियान शुरू करने के फैसले पर कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के पास जातिगत जनगणना कराने का आदेश देने की शक्ति है और इसलिए, अभियान उनके निर्वाचन क्षेत्र से शुरू होगा वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश में पड़ता है, जहां ओबीसी संख्यात्मक रूप से महत्वपूर्ण हैं और चुनावी रूप से भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं।