अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक वर्मा में यूपी के मेरठ में विवादित बयान दिया है। उन्होंने रविवार (25 अक्टूबर, 2020) को शस्त्र पूजन के बाद कहा कि विजयादशमी पर सभी हिंदुओं को संकल्प लेना चाहिए कि अगर वो 100 रुपए कमाता है तो इसमें से 20 रुपए के हथियार खरीदे। उन्होंने कहा कि सभी हिंदू देवताओं के पास हथियार होते हैं। ऐसे में हर एक हिंदू को अपनी आत्मरक्षा के लिए हथियार रखना चाहिए।

इसी तरह हिंदू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए हथियार होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में रक्षा के लिए शस्त्र उठाना जरुरी है। इधर अशोक वर्मा ने दाढ़ी रखने चलते सुर्खियों में आए मुस्लिम पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि देश के अंदर कट्टरवाद का बीज बोया जा रहा है। उन्होंने बागपत के दरोगा पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्म का प्रचार करने के लिए उन्होंने ऐसा किया था। मगर बाद में नौकरी के लालच में अपना धर्म भूल गए। बकौल शर्मा नौकरी से सस्पेंड किया गया तो तुरंत दाढ़ी कटवा ली।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर दरोजा जी धर्म के पक्के थे तो उन्हें अपनी दाढ़ी कटवानी नहीं चाहिए थी। नौकरी पर बात आई तो दरोगा जी डरकर भाग खड़े हुए। उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा मांग करती है कि ऐसे दरोगा को बर्खास्त कर देना चाहिए। बता दें कि दरोगा के दाढ़ी कटवाने के बाद एसपी ने उन्हें फिर से बहाल कर दिया है।

हिंदू महासभा के नेताओं द्वारा इससे पहले भी कई बार ऐसे विवादित बयान दिए जाते रहे हैं। बता दें कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत बच्चन की इसी साल फरवरी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रणजीत सिंह की लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में उस वक्त हत्या कर दी गई थी, जब रणजीत सिंह मॉर्निंग वॉक कर रहे थे।