उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस महामारी के बीच बुलाए गए विधानसभा सत्र में जहां एक तरफ विपक्ष योगी सरकार को लचर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरने की कोशिश में जुटा है। वहीं, राज्य सरकार कोरोना को रोकने के साथ राम मंदिर निर्माण कार्य को शुरू कराने को अपनी उपलब्धि बता रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सदन में खड़े होकर इसी सिलसिले में विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जो दल तिलक-तराजू कर के समाज में बंटवारा करता था या जो राम भक्तों पर फायरिंग कराता था, वे सभी अब राम का नाम ले रहे हैं।
हाल ही में सपा और बसपा ने ब्राह्मणों के खिलाफ हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए परशुराम की मूर्ति के निर्माण की बात कही थी। इस पर योगी ने हमलावर रुख अपनाते हुए कहा, “राम का नाम तो ऐसा है चाहे राम के नाम पे ले लें, चाहे परशुराम के नाम पे, या मरा-मरा के नाम से। भारत में राम के नाम से ही बैतरनी पार होने वाली है।”
योगी ने ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार पर कहा, “ये वही लोग हैं जो तिलक-तराजू की बात कर के एक समुदाय को प्रताड़ित करते थे और अब फिर से समाज में जहर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यहां सिर्फ राम का का है और यह ऐसे ही चलता रहेगा।”
योगी ने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग कभी ‘रोम’ की भाषा बोलते थे, आज वो भी राम-राम कर रहे हैं। उन्हें राम की ताकत का अंदाजा हो गया है। बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए जिस दिन भूमिपूजन हो रहा था, उस दिन कांग्रेस के दर्जनभर नेताओं ने देशवासियों को इसके लिए बधाई दी थी। इनमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं।
दिल्ली सरकार तक को घेरने से नहीं चूके योगी
सीएम ने यूपी की विपक्षी पार्टियों के साथ दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को भी घेर लिया। उन्होंने आप नेता संजय सिंह पर इशारों में हमला करते हुए कहा कि एक नमूना दिल्ली से आया था और कोरोना पर सवाल पूछा रहा था। योगी ने कहा कि यूपी जिसकी आबादी 23.78 करोड़ है, यहां सिर्फ 2700 मौतें हुई हैं। जबकि दिल्ली जहां आबादी 1.80 करोड़ है, वहां पहले ही 4235 करोड़ मौतें हो चुकी हैं। यूपी की मृत्यु दर 1.6 फीसदी है, जो देश में सबसे कम है।