उत्तर प्रदेश में स्कूल से लौटते वक्त दिन दहाड़े दो बच्चों को किडनैप कर लिया गया। जिसके बाद किडनैपर्स ने परिजनों से 50 लाख फिरौती की मांग की। वहीं फिरौती की रकम नहीं मिलने पर एक बच्चे की हत्या कर दी तो वहीं दूसरे की हालात काफी गंभीर है। दूसरे बच्चे को लखनऊ मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रॉमा सेंटर में एडमिट करवाया गया। इस मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्त में लिया है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बच्चे की हालत जानने ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और डॉक्टर्स को इलाज में किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए। बता दें कि इस अपहरण कांड में घर का नौकर शामिल था।
क्या है मामला
दरअसल पूरा मामला के सुल्तानपुर जिले का है। जहां गोसाईंगंज थानाक्षेत्र के कटका बाजार से घर लौटते वक्त अपहरणकर्ताओं ने दो बच्चों प्रियांश (6) और उसके भाई दिव्यांश (8) को किडनैप कर लिया। जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के लिए 50 लाख रुपए की मांग की। वहीं पैसे नहीं मिलने पर किडनैपर्स ने एक बच्चे को मौत के घाट उतार दिया तो वहीं दूसरे बच्चे को गंभीर रुप से घायल कर दिया।
योगी आदित्यनाथ पहुंचे मिलने
शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और घायल बच्चे का हाल जाना। सीएम ने बताया कि चारों अपराधियों को पकड़ लिया गया है। इसके साथ ही अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इलाज के लिए प्रशासन को भी निर्देश दिए गए हैं।
Lucknow: UP CM Yogi Adityanath visits King George Medical University earlier today to meet the child who was rescued from kidnappers in Sultanpur yesterday. The boy & his brother was kidnapped by their domestic help. Boy’s brother was killed by the kidnappers. pic.twitter.com/XIaWOlefKS
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2018
इलाज में लापरवाही पर शोर
सीएम योगी आदित्यनाथ जिस वक्त मीडिया से बातचीत कर रहे थे उस ही वक्त अयोध्या की एक महिला ने इलाज में लापरवाही के लिए शोर मचाया। जिसके बाद सीएम ने उन्हें अपने पास बुलाकर पूरे मामले को समझा और प्रशासन को महिला के भाई का सही इलाज करवान के सख्त निर्देश दिए।
#WATCH: UP CM Yogi Adityanath directs KGMU Trauma Centre officials to take action after a woman rushed up to him to seek financial help for her brother’s treatment while the CM was on a visit to the Trauma center in Lucknow. pic.twitter.com/JMCOrJiPYF
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2018
नौकर था किडनैपिंग में शामिल
प्रियांश और दिव्यांश के पिता राकेश अग्रहरी एक बड़े कारोबारी हैं। उनके यहां काम करने वाला कोहरी निवासी रघुवर यादव गुरुवार को रोज की ही तरह दोनों बच्चों को स्कूल से वापास लेकर घर आ रहा था। लेकिन रास्ते में नौकर रघुवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बच्चों को किडनैप कर लिया। जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं पहुंचे को परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने दिखाई तेजी
देर शाम अपहरणकर्ताओं ने परिजनों को फोन पर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी लेकिन रकम नहीं मिलने की खबर लगते ही आरोपियों ने बच्चों को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। जिसमें छोटे बच्चे प्रियांश की मौत हो गई तो वहीं दूसरे बच्चे की हालत नाजुक हो गई। बच्चों की तलाश में जुटी पुलिस को मिली जानकारी के बाद वो गोमती नदी के पास एक मकान में पहुंचे। जहां पुलिस और अपहरणकर्ताओं के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान पुलिस की गोली से दो बदमाश घायल हुए। वहीं पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद वहीं मकान पर देखा कि एक बच्चों को फावड़े से मारकर बोरे में बांधकर रखा गया था। जिसमें एक बच्चा तो मृत था वहीं दिव्याशं की हालत नाजुक देख आननफानन में लखनऊ स्थित मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा ले जाया गया। पिटाई के दौरान बिजली के झटके देने की भी बात सामने आ रही है।
पुलिस ने नौकर को धर दबोचा
नौकर रघुवर कई सालों से राकेश के यहां काम करता था। रघुवर ने गुरुवार को घर आकर दोनों बच्चों के अपहरण की सूचना दी और परिजनों के साथ बच्चों की तलाश में लगा रहा। इस बीच उसने परिजनों को पुलिस बुलाने से भी रोकने की कोशिश की। वहीं पुलिस के आने के बाद जांच में रघुवर का नाम सामने आया। फिरौती की रकम के लिए जिस फोन का इस्तेमाल और किडनैपिंग के लिए जिस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था उसकी मदद से पुलिस ने रघुवर को धर दबोचा।