Uttar Pradesh News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष मंगलवार (3 जनवरी 2023) को लखनऊ महानगर इकाई की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करने पहुंचे। बीजेपी महासचिव ने अपने लखनऊ दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को कहा कि पार्टी ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को आरक्षण (Reservation) देने से कभी इनकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी आरक्षण खत्म नहीं करेगी और हर तबके को साथ लेकर चलेगी।
BJP कार्यकर्ताओं को Local Body Elections के लिए तैयार रहने का दिया निर्देश
इसके साथ ही बीएल संतोष (BL Santosh) ने पार्टी कार्यकर्ताओं को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव (Local Body Elections) के लिए तैयारी करते रहने का निर्देश दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं को स्थानीय निकाय चुनावों में ओबीसी को आरक्षण के मुद्दे पर विपक्षी दलों के किसी भी प्रचार पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा गया था।
Allahabad High Court के फैसले के बाद आया बयान
बीएल संतोष का यह बयान तब आया है जब इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने एक आदेश में कहा था कि जब तक राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य ट्रिपल टेस्ट की शर्तें पूरी नहीं कर लेती है, तब तक शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में ओबीसी के लिए कोई आरक्षण नहीं दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने सर्वे करने के लिए एक ओबीसी आयोग का गठन किया है और हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक विशेष अनुमति याचिका (SLP) भी दायर की है।
BJP पदाधिकारियों के साथ बैठक करने का सुझाव
बीजेपी की बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने कहा, “बीएल संतोष ने लखनऊ महानगर इकाई के जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे नियमित रूप से पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें करें और अपने कार्यकाल के दौरान अपने क्षेत्र के विकास की समीक्षा करें और क्या किया जा सकता है।” भाजपा नेता ने कहा, “संतोष ने कहा कि लखनऊ के मतदाता पिछले तीन दशकों में विभिन्न पदों पर अपने प्रतिनिधियों के रूप में भाजपा उम्मीदवारों को चुनते रहे हैं और यह जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे लखनऊ को बदले में क्या दे सकते हैं, इस पर चर्चा करें।”
बीएल संतोष ने मीटिंग में निर्वाचित प्रतिनिधियों से कहा कि वो भाजपा नेताओं से मिलें और लखनऊ में विकास परियोजनाओं के बारे में मतदाताओं की अपेक्षाओं पर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त करें। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की और उनसे उनकी जिम्मेदारियों के बारे में पूछा।