योगी कैबिनेट 2.0 का पहला विस्तार (Yogi Cabinet Expansion) हो गया है। योगी सरकार में सुभासपा के प्रमुख और विधायक ओपी राजभर को इनाम मिला है और उनकी एक बार फिर योगी कैबिनेट में वापसी हुई है। ओम प्रकाश राजभर के अलावा दारा सिंह चौहान, रालोद के अनिल कुमार और बीजेपी के सुनील शर्मा ने बुधवार शाम मंत्री पद की शपथ ली।
मंत्री बनने के बाद ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गरीबों की सेवा का जो लक्ष्य है, उसमें हम अनवरत काम करते रहते हैं… सरकार की जो भी योजनाएं हैं उसे हम गरीब और कमजोर लोगों तक पहुंचाने का हम काम करेंगे, उन्हें न्याय दिलाने का काम करेंगे।
रालोद के अनिल कुमार ने कहा, “मेरे लिए यह बहुत खुशी का पल है। मैं पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी, प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करता हूं… लोकसभा चुनाव में सब मजबूती से लड़ेंगे।”
दूसरी बार योगी सरकार का हिस्सा बने राजभर और दारा सिंह चौहान
2017 में बनी योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी ओपी राजभर मंत्री बने थे, वे 2019 तक मंत्री रहे थे लेकिन बाद में योगी सरकार पर तमाम आरोप लगाते हुए उन्होंने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। बाद में उन्होंने सपा के साथ भी गठबंधन किया था लेकिन विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद फिर बीजेपी से हाथ मिला लिया लेकिन इस बार उन्हें मंत्री पद हासिल करने में लंबा इंतजार करना पड़ा है।
RLD और BJP के विधायकों को भी मिली जगह
इसके अलावा बाद दारा सिंह चौहान की करें तो उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव से पहले पाला बदलकर सपा का रुख किया था लेकिन बीजेपी की सरकार आने के बाद एक बार फिर पार्टी में लौट आए थे, अब उन्हें भी संयम रखने का इनाम मंत्री पद के तौर पर मिला है। हाल ही में एनडीए में आरएडी की एंट्री हुई है, जिसके चलते आरएलडी के विधायक अनिल कुमार को भी योगी कैबिनेट में जगह मिली है, जो कि मुजफ्फरनगर की पुरकाजी सीट से विधायक हैं।
वहीं बीजेपी ने साहिबाबाद सीट से बीजेपी के विधायक सुनील शर्मा को भी मंत्री बनाया है। सुनील कुमार शर्मा एबीवीपी के दिनों से संघ परिवार से जुड़े हैं। वह गाजियाबाद और साहिबाबाद विधानसभा सीटों के विधायक रह चुके हैं। योगी कैबिनेट के इस विस्तार में वह अगड़ी जाति से आने वाले एकमात्र विधायक हैं। सुनील शर्मा ने मंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा कि वो सरकार के नीतियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए काम करेंगे।