उत्तरप्रदेश की एक महिला भारत-चीन बॉर्डर से वापस होने के लिए तैयार ही नहीं है। बॉर्डर के नजदीक पहुंची ये महिला अपने आप को पार्वती का अवतार बता रही है। महिला का कहना है कि वो बिना भगवान शिव के साथ शादी किए वापस नहीं लौटेगी।

मिली जानकारी के अनुसार महिला का नाम हरमिंदर कौर है और वो यूपी के लखीमपुर की रहने वाली है। वो इस समय उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के नाभीढांग इलाके में है। जो भारत-चीन सीमा के नजदीक है। यहां आम लोगों को जाने के लिए एक पास लेना पड़ता है। जो स्थानीय प्रशासन से 15 दिनों के लिए मिलता है। बिना इसके लोगों को वहां जाने की इजाजत नहीं है।

बताया जा रहा है कि महिला अपनी मां के साथ वहां गई थी। इस जगह पर जाने के लिए उसने पहले पास बनवाया था, फिर जब पास की अवधि खत्म हो गई तो उसने वापस आने से इनकार दिया, जिसके बाद मां ने वापस से कुछ दिनों के लिए और परमिट बनवाई, फिर जब उसका भी समय समाप्त हो गया तो बेटी ने वापस जाने से मना कर दिया। थकहार कर मां वहां से वापस आई और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई।

इस मामले को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र से महिला को वापस लाने के लिए धारचूला से दो सब इंस्पेक्टर और एक इंस्पेक्टर की तीन सदस्यीय पुलिस टीम भेजी गई थी, लेकिन युवती ने आने से इनकार कर दिया, फोर्स करने पर उसने आत्महत्या करने की धमकी दे डाली, जिसके बाद पुलिस टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।

महिला की मानसिक स्थित सही नहीं बताई जा रही है। महिला का दावा है कि वो देवी पार्वती का अवतार है और वो भगवान शिव से यहां शादी करने के लिए आई है। अब प्रशासन एक बड़ी टीम भेजने की तैयारी कर रहा है, ताकि महिला को वहां से वापस लाया जा सके। प्रतिबंधित क्षेत्र में महिला के रुकने के बाद से खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई है। वो भी मामले पर नजर बनाए हुए है।