उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन कराने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। फिलहाल यूपी एटीएस द्वारा दो लोगों की मामले में गिरफ्तारी हुई है, जबकि इसमें लगभग 100 लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।

सोमवार को इस बाबत एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) की ओर से जानकारी दी गई, यह रैकेट दिल्ली से सटे नोएडा से चलाया जा रहा था। ये लोग नौकरी, पैसों और शादी का लालच देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराते थे। इन्होंने एक साल में 350 से अधिक का धर्म परिवर्तन कराया। जांच में दस्तावेज और सबूत मिले हैं।

इसी बीच, रिपोर्ट्स में बताया गया कि इस रैकेट के तहत बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा था। आरोपियों की पहचान मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी के तौर पर हुई है। दोनों आरोपी दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं। आरोप है कि इन्होंने हजार से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन कराया।

यह भी आरोप है कि ये मूक बधिरों, महिलाओं, बच्चों और मुसीबत के मारे हुए लोगों को अपना टारगेट बना धर्मांतरण कराते थे। साथ ही खबर है कि इन्होंने नोएडा के एक स्कूल के 18 मूक बधिर बच्चों का भी धर्म बदलवाया।

गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों से जानकारी हासिल की जा रही है कि आखिर वह चाहते क्या हैं? उनका मकसद क्या है? पैसा कहां से आता है आदि? ताकि असल बात सामने आ सके।