उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश देते रहे हैं, हालांकि बीते कुछ दिनों में राज्य में हुई कुछ घटनाओं ने यहां गुंडाराज की पोल खोलकर रख दी है। ताजा मामला लखीमपुर खीरी से है, जहां कुछ गुंडों ने तीन बार विधायक रह चुके निर्वेंद्र कुमार मिश्रा की पीट-पीटकर हत्या कर दी। बताया गया है कि यह मर्डर जमीन विवाद के चलते हुआ है। इस बीच पूर्व विधायक के बेटे संजीव ने पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगा दिए। संजीव ने कहा कि इलाके के सर्किल अफसरों ने उनकी मां और पत्नी के साथ मारपीट की और गुंडों को छुड़ाकर ले गए।

संजीव का दावा है कि उनका अपनी पैतृक जमीन पर समीर गुप्ता और राधेश्याम गुप्ता के साथ विवाद था। संजीव ने कहा कि करीब 50-60 हथियारबंद गुंडों ने उनके और उनके पिता के साथ मारपीट की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में हत्यारों के साथ है और इलाके के सीओ ने उनकी मां को घर में घुसकर सबके सामने मारा।

75 साल के निर्वेंद्र कुमार मिश्रा दो बार निर्दलीय और एक बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत चुके थे। इस घटना के बाद जिले में तनाव का माहौल पैदा हो कई समर्थकों ने पूर्व विधायक के शव को त्रिकोलिया बस स्टेशन के पास रखकर विरोध प्रदर्शन किया।

यूपी कांग्रेस ने सीएम आदित्यनाथ के साथ भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था जर्जर है। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश का जंगलराज और डरावना होता जा रहा है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी घटना की निंदा की। उन्होंने लखीमपुर में ही हुई हालिया घटनाओं की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करे कि दर्दनाक घटनाएं रुक जाएं।