उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में बीते दिनों पैगंबर मोहम्मद और कुरान के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दरअसल यह मामला तब सामने आया जब पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद और कुरान के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में एक 45 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
शुक्रवार (12 सितंबर) को गिरफ्तारी के तुरंत बाद कई लोगों ने रात करीब 9 बजे पुलिस थाने में घुसने की कोशिश की और नारेबाजी की। पुलिस द्वारा उन्हें यह समझाने के बाद भी कि आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन फिर भी वे नहीं माने, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दो दोपहिया वाहनों में आग लगा दी।
भीड़ को देखते हुए पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा, ‘भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने लाल इमली चौराहे को सड़क जाम कर दिया। जिसे काफी समझाने के बाद खोला गया।’ द्विवेदी ने बताया कि सदर पुलिस चौकी प्रभारी शिवम अग्रवाल की शिकायत पर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करने वाले 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया गया।
शनिवार को पुलिस ने फेसबुक पर हिंदू देवी-देवताओं के बारे में कथित रूप से अभद्र पोस्ट करने के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया, जबकि कुछ लोगों पर उन सोशल मीडिया पोस्ट का प्रचार करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। इस मामले को लेकर एसपी द्विवेदी ने कहा कि शाहजहांपुर में स्थिति शांत है लेकिन एहतियात के तौर पर पूरे शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार बाजार क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर रही है।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी जाति, धर्म या किसी के भी खिलाफ टिप्पणी न करें। ऐसी कोई भी पोस्ट न की जाए जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े। हालांकि हमारी सोशल मीडिया निगरानी टीम ने उन लोगों की सूची बना ली है जिन्होंने अपमानजनक पोस्ट पोस्ट या फॉरवर्ड की है।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच करके प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के लिए एक टीम बनाई गई है।