UP Power Crisis: प्रदेश में चल रहे बिजली संकट (Power Crisis) पर अब यूपी सरकार के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (Arvind Kumar Sharma) ने बिजली समस्या को सुलझाने का तरीका बताया है। रविवार (11 सितंबर, 2022) को उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारी सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक बैठेंगे। इस तरह हम सभी लोग जनता की जो सामान्य अपेक्षाएं हैं, उनको पूरा करने की कोशिश करेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि समाधान शिविर के माध्यम से उत्तर प्रदेश के नागरिकों की विद्युत विभाग से जुड़ी हुई समस्याओं को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग इसको लेकर प्रयासरत हैं। 12 सितंबर से 19 सितंबर तक विद्युत समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि इन दिनों के दरमियान हमारे सभी स्थानीय विद्युत उपकेंद्रों या बिलिंग केंद्रों पर अधिकारी और कर्मचारी सुबह आठ से रात आठ बजे तक बैठेंगे, जब तक कि समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता।
एके शर्मा ने कहा कि इस दौरान घरेलू कनेक्शन, किसानों के नलकूप कनेक्शन, वाणिज्य कनेक्शन समेत जो भी बिजली विभाग से संबंधित लोगों की शिकायतें हैं। उन सभी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लखनऊ में राज्य स्तर के अधिकारी हैं, उनको जिले दिए जाएंगे। इस दौरान सभी अधिकारी एक सप्ताह के लिए जन समस्याओं के निराकरण के लिए फील्ड में होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि नगर विकास में जहां तक एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में बात है। उसको लेकर हमने पिछले दिनों एक वर्कशॉप किया था। जिसमें नगर विकास से जुड़े हुए सभी अधिकारी शामिल हुए थे। उन सभी को हमने एक ट्रिलियन की इकॉनोमी बनाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जो हमारे अर्बन सेंटर होते हैं, वो ग्रोथ सेंटर होते हैं। कोई भी अर्थव्यवस्था बिना अर्बन सेंटर के योगदान के बिना आगे नहीं बढ़ सकती। अर्बन सेंटर का निवेश की प्रक्रिया में बहुत बड़ा योगदान होता है।
बता दें, मई, 2022 को प्रदेश में बिजली समस्या को लेकर एके शर्मा ने कहा था कि ट्रांसफार्मर खराब, खराब व्यवस्थाए यह आज की समस्या नहीं है। यह 30 साल पुरानी समस्या है और उसके पहले 50 साल पुरानी है। पिछले चार साल में 17000 मेगावाट डिमांड थी। अब 22000 मेगावाट डिमांड हो गई है।