UP Politics: उत्तर प्रदेश में राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपने चाचा के सम्मान को लेकर ख्याल आया है। समाजवादी पार्टी ने मंगलवार (13 सिंतबर, 2022) को प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को लेकर यूपी विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है।
समाजवादी पार्टी की तरफ से लिखे गए पत्र में शिवपाल यादव के लिए सदन में पहली पंक्ति की सीट की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि वो काफी सीनियर नेता हैं। 19 सितंबर से यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होगा।
बता दें, यूपी विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव और शिवपाल यादव में दूरियां इस कदर बढ़ गईं थीं कि शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से रिश्ता तोड़ लिया था। उसके बाद से शिवपाल यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं।
सपा से भविष्य में कभी नहीं करेंगे समझौता: शिवपाल यादव
10 सिंतबर, 2022 को ही शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सपा से कई बार धोखा खा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भविष्य में सपा से कोई समझौता नहीं करेंगे। इस दौरान प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भविष्य की राजनीति को लेकर भी संकेत दिए थे।
प्रसपा अध्यक्ष ने दावा किया था कि हम 2024 में सत्ता में रहेंगे। शिवपाल ने कहा कि गठबंधन को लेकर फैसला चुनाव नजदीक आने पर लिया जाएगा। इस दौरान मीडिया से शिवपाल यादव को लेकर एक सवाल किया कि क्या प्रगतिशील समाजवादी पार्टी सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करेगी? मीडिया के इस सवाल को शिवपाल यादव टाल गए। उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान हमने देखा कि 75 जिलों में अखिलेश का संगठन ही नहीं है और टिकट भी सही तरीके से नहीं बांटा गया था। वह अपने संगठन को संभालने में फेल रहे।
बता दें, अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार में शिवपाल यादव कैबिनेट मंत्री थे। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच उस वक्त दूरियां बढ़ी, जब 2017 का यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक था। उस दौरान शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी थे। इसके बाद तो एक के बाद एक दोनों के बीच तेजी से सियासत तेज होती चली गई।