UP Politics: मुलायम सिंह यादव के समधी और पूर्व विधायक हरिओम यादव ने एक बार फिर से सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव पर हमला बोला है। हरिओम यादव ने कहा कि अखिलेश यादव तो केवल नाम के अध्यक्ष हैं। पार्टी की पूरी कमान रामगोपाल यादव के हाथों में है।

सपा में कोई नहीं सुनता शिवपाल की बात: हरिओम यादव

शिवपाल यादव को लेकर भी हरिओम यादव ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि अगर शिवपाल यादव भाजपा में शामिल हो जाते तो उनका सम्मान भी होता। साथ ही बीजेपी उनको कहीं से सांसद भी बना देती। हरिओम ने कहा कि समाजपार्टी में शिवपाल यादव की बात कौन सुन रहा है। भाजपा में उनका अध्याय खत्म हुआ है, लेकिन वो कभी भी शुरू हो सकता है।

‘रामगोपाल यादव सैफई से भी नहीं जीत सकते’

हरिओम यादव ने कहा है कि अखिलेश यादव को अपने लोगों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराना चाहिए। आक्रमाक रुख अख्तियार करते हुए हरिओम ने कहा कि रामगोपाल यादव खुद से कहीं से चुनाव नहीं जीत सकते। इतना ही नहीं अगर वो सैफई से चुनाव लड़े तो वहां से भी उनको हार का मुंह देखना पड़ेगा।

इससे पहले भी हरिओम यादव ने रामगोपाल यादव पर जमकर हमला बोला था। हरिओम ने कहा था कि परिवार और पार्टी को अकेले चश्मा ही खत्म कर देगा। 2022 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह की वजह से सपा गठबंधन की 100 सीटें आ गई थीं, लेकिन 2027 के चुनाव में सपा के विधायक ढूंढे नहीं मिलेंगे। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा का खाता भी नहीं खुलेगा।

सपा से तीन बार विधायक रहे चुके हरिओम यादव

हरिओम यादव समाजवादी पार्टी से तीन बार विधायक रह चुके हैं। पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले वो भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए थे। हरिओम यादव शिकोहाबाद से 2002 और 2012 और 2017 में सिरसागंज सीट से विधायक रहे। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने हरिओम को सिरसागंज से टिकट नहीं दिया था। जिसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थे।