उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर के बाहर शुक्रवार को दो महिलाओं ने खुद को आग लगा ली। ये दोनों मां-बेटी हैं और इन्होंने अमेठी में जमीन विवाद को लेकर पुलिस की तरफ से कार्रवाई न किए जाने के बाद यह कदम उठाया। फिलहाल दोनों की हालत अस्पताल में बेहद नाजुक है। शाम पांच बजकर 40 मिनट के आसपास महिलाओं ने जैसे ही खुद को आग के हवाले किया, वैसे ही वहां तैनात पुलिस-सिक्योरिटी वाले हरकत में आए थे और आग बुझाकर उन्हें बचाने का प्रयास करने लगे।
सीनियर पुलिस अफसर के अनुसार, अमेठी के जामो इलाके में मां-बेटी की इस जोड़ी का जमीन विवाद था। वे यहां आई तो थीं, पर किसी को जानती नहीं थीं। उन्होंने इसी वजह से खुद को लोकभवन के सामने आग के हवाले कर दिया। मामले में अमेठी के थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, लखनऊ में एमआईएम नेता कदीर खान और कांग्रेस नेता अनूप पटेल के साथ दो अन्य (आसमा व सुल्तान) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी। गुड़िया (55 वर्ष) एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
इसी बीच, पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने लखनऊ में पत्रकारों को बताया, ‘‘ऐसी जानकारी मिली है कि यह पूरी घटना प्रथम दष्ट्या एक साजिश है, जिसके तहत महिला को कुछ लोगों ने इस काम के लिये उकसाया।” पांडे ने बताया कि इन दोनों महिलाओं से कहा गया था कि वे लखनऊ आएंगी, तो उनकी मांग सुर्खियों में आएगी।
उधर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के अधीक्षक आशुतोष दुबे ने शनिवार को बताया कि मां करीब 90 प्रतिशत जल गयी है और उनकी हालत गंभीर है, जबकि बेटी 15 प्रतिशत जली है और उनकी हालत स्थिर है। मां को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। घटना के दौरान कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया था, जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कांग्रेस की युवा इकाई- इंडियन यूथ कांग्रेस ने इस मामले को मुद्दा बनाया और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने घटना का वीडियो ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “उनकी यातनाओं का अंदाजा लगाइये जो अमेठी से लेकर लखनऊ तक दर-दर की ठोकरें खाने के बाद महिलाओं ने उप्र विधानसभा के बाहर खुद को आग के हवाले किया। सिर्फ इस उम्मीद में की उनकी सुनवाई होगी, पूरी की पूरी सरकार को शर्म के मारे चुल्लू भर पानी मे डूब मरना चाहिए!”