यूपी लेखपाल के रिक्त पदों के लिए राज्य के कई सेंटरों पर रविवार को एग्जाम हुआ। इस दौरान विपक्ष की तरफ से पेपर लीक होने के आरोप भी लगाए लगाए गए हैं। इसी बीच यूपी एसटीएफ ने परीक्षा के दौरान धांधली कर रहे या करवा रहे 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इन गिरफ्तार 21 लोगों में परीक्षार्थी, सॉल्वर और गैंग के सदस्य शामिल हैं। एसटीएफ के अनुसार गैंग के एक सदस्य ने बताया कि 10 लाख रुपए पर कैंडिडेट के आधार पर परीक्षा में धांधली कराई जा रही थी। एसटीएफ ने कहा- “विजय कांत पटेल ने सात उम्मीदवारों से 10-10 लाख रुपये लिए और उन्हें परीक्षा के दौरान नकल की सुविधा के लिए ब्लूटूथ डिवाइस और ईयरबड दिए।”
अखिलेश यादव ने कहा, ‘आज लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया। अब तो लगता है कि अभ्यर्थियों का ये आरोप सच है कि ये सब भाजपा सरकार की ही चाल है, जिससे कोई भी परीक्षा पूरी न हो पाए और लोगों को नौकरी न मिले, जिससे युवा, पूंजीपतियों के यहां श्रमिक-चपरासी बन के रह जाएं। भाजपा वेतन-पेंशन के ख़िलाफ़ है।’
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि लेखपाल भर्ती मुख्य परीक्षा रविवार को राज्य के 12 जिलों के 501 केंद्रों पर आयोजित की गई, जिसमें लगभग 2.50 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए। कुमार ने कहा कि एकल पाली की परीक्षा के केंद्र अयोध्या, अलीगढ़, आगरा, बरेली, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, झांसी, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी में थे।
उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित उन आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें पेपर लीक का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा धांधली की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
यूपी में लेखपाल पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आज यानी 31 जुलाई 2022 को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश में लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए एसटीएफ टीम को तैनात किया गया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में पेपर लीक कराने वाले और सॉल्वर गैंग से परीक्षा पास कराने वालों पर यूपी एसटीएफ की पहले से ही नजर थी।