कांग्रेस से जुदा होने वाले सीनियर नेता और दमदार वकील कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी (सपा) के आजम खान के संकट काल में सहारा बने। यह खुलासा खुद खान ने जेल से बाहर आने के बाद किया। उन्होंने यह भी बताया कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी सिर्फ सलाम-दुआ भर है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह यह पूछना जरूर चाहेंगे कि आखिरकार उनके खिलाफ इतनी नफरत क्यों है और वह माफिया कैसे हो गए?

दरअसल, खान ने रामपुर में अपने घर पर हिंदी चैनल एबीपी न्यूज से बातचीत की। उन्होंने इस दौरान अपने खिलाफ लगे मुकदमों, सपा और उसके सीनियर नेताओं की अपने प्रति बेरुखी, सरकार के रवैये समेत कई अहम मुद्दो पर खुलकर अपनी राय जाहिर की।

इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने पूछा था- आप पर 90 मुकदमे कैसे हो गए? वह बोले, “यह 40 दिन की जिंदगी का हिसाब 20 दिन में हो गया। यह तो वे लोग ही जानें। वही बता सकेंगे, मैं नहीं बता सकता हूं।”

यह पूछे जाने पर कि योगी जी से ठनी है क्या? उन्होंने बताया, “मेरी सलाम दुआ है। कभी सामने पड़ें तो हो गई बात। मैंने यह कोशिश भी की है कि जान सकूं कि माफिया नंबर-1 किस आधार पर हो गया? क्योंकि मुझ पर जो मुकदमे मुझ पर हैं, उनसे यह साबित नहीं होता कि मैं माफिया हूं।”

आजम ने आगे यह भी बताया कि न्याय की प्रक्रिया में आखिरकार किसने उनका सबसे अधिक साथ दिया। वह बोले- सबसे ज्यादा तो आसमान वाले ने (ऊपर वाले ने) साथ दिया। हां, लेकिन कानून की दुनिया में सिब्बल साहब ने बहुत मेहनत की और बहुत दिल से सहायता की। मुझे खुशी है कि वह राज्यसभा जा रहे हैं।

चर्चा है कि उनके नाम की पैरवी आपने की? इस पर वह बोले- क्या हुआ और कैसे हुआ…ये सब आपको थोड़ी न बता देंगे।
मैंने कौन सा बनियान पहना है, यह तो मुझे ही मालूम है न। हम ऐसी राजनीति करते ही नहीं है।

लकीर खींचने वाले बयान पर उन्होंने कहा- यह दुनिया एक लैबोरेट्री है। एक लाइन खींची हुई थी कि किसी से नहीं मिलना है। किसी से बात भी नहीं करनी है। जिनकी वजह से ऐसा था कि उनके भी सब जगह मधुर संबंध हैं। सोचा कि जब मैं उनके ही साथ हूं तो उन जैसा बनूं। हालांकि, मैं बहुत छोटा आदमी हूं।