Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेशवासियों को जल्द ही बड़ो तोहफा देने जा रही है। यूपी के सबसे बड़ी एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे को समय से पहले शुरू किया जा सकता है। इसका निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। करीब 594 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण अडानी एंटरप्राइजेज और आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स कर रहे हैं। यूपी सरकार ने दोनों कंपनियों को काम में तेजी लाने के लिए साप्ताहित आधार पर इन्हें फाइनेंशियल इंसेंटिव देने का भी प्लान बनाया है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन दिसंबर 2025 रखी गई है। हालांकि दोनों कंपनियों से कहा गया है कि वह इस काम को एक साल पहले ही यानी दिसंबर 2024 तक खत्म कर लें।

कुंभ से पहले एक्सप्रेस-वे शुरू करने की तैयारी

प्रयागराज में 2025 में कुंभ का आयोजन होना है। इसके पहले एक्सप्रेस-वे के काम को रफ्तार दी जा रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण का कहना है कि परियोजना में तीन साल लगने हैं, लेकिन हमने बिल्डरों से कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए इसे समय से पहले पूरा करने का अनुरोध किया है। इसके लिए यूपी सरकार के लिए 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे काफी अहम है। मेरठ से प्रयागराज तक राज्य के 12 जिलों में फैले इस एक्सप्रेसवे को पीपीपी मॉडल पर 36,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि गंगा एक्सप्रेसवे को डेडलाइन से पहले तैयार किया जाए। सरकार कुंभ का आयोजन शुरू होने से पहले गंगा एक्सप्रेसवे को चालू करना चाहती है।

अडानी ग्रुप को मिले 4 में से 3 ठेके

इस एक्सप्रेस का निर्माण पीपीपी मॉडल पर किया जा रहा है। इसे कुल चार सेक्शन में तैयार किया जाना है। चार में से तीन सेक्शन के लिए टेंडर अडानी एंटरप्राइजेज को मिला है। वहीं एक टेंडर आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स को मिला है। पहला सेक्शन मेरठ से शुरू होकर 130 किमी तक फैला है। आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स द्वारा इस कार्य को अमरोहा तक किया जा रहा है। वहीं 152 किलोमीटर में फैले सेक्शन-2 को अडानी इंटरप्राइजेज कर रही है, यह बदायूं से हरदोई जिले तक है। 155 किलोमीटर में फैला सेक्शन-3 हरदोई से उन्नाव तक है, जबकि 157 किलोमीटर लंबा सेक्शन-4 उन्नाव से प्रयागराज तक तैयार जा रहा है।

यूपी में कितने एक्सप्रेस-वे

गंगा एक्सप्रेसवे के अलावा यूपी में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे हैं। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस-वे का निर्माण जेपी ग्रुप के द्वारा किया गया था।

इन जिलों से होकर गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे

गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के मेरठ से शुरू होकर ज्योतिबा फुले नगर, हापुड़, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज तक जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे के बन जाने पर लखनऊ से मेरठ की दूरी 5 घंटे की रह जाएगी।

क्यों होगा खास?

गंगा एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा होगी। एक्सप्रेसवे पर 9 जन सुविधा परिसर, दो मुख्य टोल प्लाजा (मेरठ और प्रयागराज) और 15 रैंप टोल प्लाजा बनेंगे। गंगा नदी पर लगभग 960 मीटर और रामगंगा नदी पर लगभग 720 मीटर लंबाई के दीर्घ पुल तथा शाहजहांपुर के समीप हवाई पट्टी बनेगी।