अनुसूचित जाति के मुद्दे पर केन्द्र की भाजपा सरकार पर कई बार आलोचना की शिकार हो चुकी है। लेकिन उत्तर प्रदेश के एक सरकारी अधिकारी भाजपा की केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार से इस कदर खुश हैं कि उन्होंने यहां तक कह दिया है कि “यदि आज बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जिंदा होते तो वह भी भाजपा में होते।” बता दें कि यह बयान ‘उत्तर प्रदेश शेड्यूल कास्ट फाइनेंस एंड डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन’ के चेयरमैन लालजी प्रसाद निर्मल ने दिया है। शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान लालजी प्रसाद निर्मल ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा अनुसूचित जातियों के लिए चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, लालजी प्रसाद निर्मल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि बीते सालों में किसी भी सरकार ने दलितों के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया है। केन्द्र सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में दलितों के लिए चलायी जा रहीं विभिन्न योजनाओं के लिए 138 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करायी है। उत्तर प्रदेश शेड्यूल कास्ट फाइनेंस एंड डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन ने कहा कि कमीशन ने 72,202 दलित परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैय्या करायी है। इसके साथ ही सरकार ने 10,847 जमादारों के रिहैबलिटेशन में मदद की है। निर्मल के अनुसार, सभी जमादारों को 40 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है।
अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष भी हैं। इससे पहले लालजी प्रसाद निर्मल ने अपने एक बयान में ये भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘दलितों के राम’ हैं। शुक्रवार को निर्मल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सीवर साफ करते हुए मरने वाले लोगों के परिजनों का आर्थिक सहायता दे रही है। राज्य सरकार ने 1993 से अब तक सीवर सफाई के दौरान मरने वाले 49 लोगों की पहचान कर उनमें से प्रत्येक के परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। निर्मल ने ये भी बताया कि किस तरह से सरकार ने 9000 पेट्रोल पंप एससी वर्ग के लोगों को आवंटित करने का फैसला किया है। इसके अलावा केन्द्र सरकार ने एससी कैटेगरी के लोगों को 3000 एलपीजी टैंकस भी देने का ऐलान किया है।