सहारनपुर जिले की नकुड़ विधानसभा सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा प्रत्याशी धर्म सिंह सैनी चुनाव हार गए। बीजेपी के प्रत्याशी मुकेश चौधरी ने धर्म सिंह सैनी को 315 वोटों से हराया है। सपा प्रत्याशी धर्म सिंह सैनी को 1,03,799 वोट मिले हैं जबकि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश चौधरी को 1,04,114 वोट मिले हैं। नकुड़ विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य सीट मानी जाती है और यहां पर ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी उम्मीदवार खड़ा किया था।

AIMIM उम्मीदवार बनीं हार का कारण

धर्म सिंह सैनी की हार का सबसे बड़ा कारण AIMIM उम्मीदवार रिजवाना बनी है। रिजवाना को 3591 वोट मिले हैं जबकि धर्म सिंह सैनी की हार महज 315 वोटों से हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि रिजवाना ने मुस्लिम वोट काटे हैं, जिसके कारण धर्म सिंह सैनी चुनाव हार गए। अगर रिजवाना चुनाव ना लड़ी होती तो उनके अधिकांश वोट धर्म सिंह सैनी को ही मिलते।

13 जनवरी 2022 को धर्म सिंह सैनी ने योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। धर्म सिंह सैनी के इस्तीफे के बाद अखिलेश यादव ने उनके साथ एक फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि “सामाजिक न्याय के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है। सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! बाइस में समावेशी-सौहार्द की जीत निश्चित है!”

सपा ने इमरान मसूद की जगह धर्म सिंह सैनी को दिया था टिकट

धर्म सिंह सैनी नकुड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं और यहीं से कांग्रेस के कद्दावर नेता इमरान मसूद भी चुनाव लड़ते थे। हालांकि चुनाव के ठीक पहले इमरान मसूद ने कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली थी। बाद में सपा ने उन्हें टिकट न देकर धर्म सिंह सैनी को टिकट दिया था। इमरान मसूद ने धर्म सिंह सैनी को समर्थन करने का ऐलान भी किया था।

धर्म सिंह सैनी को स्वामी प्रसाद मौर्या का करीबी बताया जाता है और उन्होंने कई दफे यह कबूल किया है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के अधिकांश फैसले में उनकी भी राय होती है। धर्म सिंह सैनी ने 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के इमरान मसूद को हराया था। 2017 का विधानसभा चुनाव भी धर्म सिंह सैनी करीब 4000 वोटों से ही जीते थे।