BJP MLC Ravi Shankar Singh Pappu: उत्तर प्रदेश के एक भाजपा नेता कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। बलिया की एक स्थानीय अदालत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) रवि शंकर सिंह ‘पप्पू’ को चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के करीब नौ साल पुराने मामले में दोष मुक्त करार दिया है। अभियोजन पक्ष ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अभियोजन पक्ष ने बताया कि जिले के खेजुरी थाना के प्रभारी ने विधान परिषद सदस्य रवि शंकर सिंह ‘पप्पू’ के विरुद्ध 23 मार्च 2014 को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज कराया था। रवि शंकर सिंह ‘पप्पू’ रिश्ते में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र हैं। उन्होंने बताया कि एमपी-एमएलए कोर्ट की न्यायाधीश तपस्या त्रिपाठी ने सोमवार को रवि शंकर सिंह को साक्ष्य के अभाव में दोष मुक्त करार दिया।

पुलिस ने आरोप लगाया था कि रविशंकर ‘पप्पू’ लोकसभा चुनाव 2014 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से सलेमपुर क्षेत्र से उम्मीदवार थे और उन्होंने सरकारी जूनियर हाई स्कूल, बहेरी के भवन पर पार्टी के चुनाव चिह्न हाथी को नीले रंग के पेंट से अंकित कराकर आचार संहिता का उल्लंघन किया था।

2003 में रविशंकर पहली बार MLC बने

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र रविशंकर सिंह पप्पू पहली बार वर्ष 2003 में समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) से विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी संग्राम सिंह यादव को हराया था। वर्ष 2009 में बसपा प्रत्याशी के तौर पर पप्पू सिंह ने चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी के रामधीर सिंह को पराजित किया।

2015 में रविशंकर ने भाजपा के ठाकुर अनूप सिंह को हराया

तीसरी बार वर्ष 2015 के चुनाव में सपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे और तब उन्होंने भाजपा के ठाकुर अनूप सिंह को हराकर अपनी जीत की हैट्रिक लगायी थी। विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले ही रविशंकर सिंह पप्पू भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद से उन्होंने भाजपा के टिकट पर एमएलसी चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। रविशंकर सिंह ने बंगलुरु से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, लेकिन एक राजनीतिक परिवार से आने वाले रविशंकर सिंह ने भी राजनीतिक को ही चुना।