उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार लखनऊ से बाहर कैबिनेट बैठक हुई। योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को संगम किनारे प्रयागराज कुंभ में कैबिनेट की बैठक ली और कई बड़े ऐलान कर दिए। योगी ने मेरठ से प्रयागराज तक 600 किमी का गंगा एक्सप्रेस वे बनाने का भी ऐलान किया है। इस दौरान योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी सरकार के दर्जनों मंत्री मौजूद रहे।

क्या होगी एक्सप्रेस-वे की खासियतः प्रयागराज को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाला यह एक्सप्रेस-वे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ से गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में 6,556 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसे बनाने में करीब 36 हजार करोड़ की लागत आएगी। ये एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से गंगा के किनारे बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि ये एक्सप्रेस-वे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। 

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे: इसके अलावा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के भी तेजी से निर्माण का योगी कैबिनेट में फैसला लिया गया। 270 किलोमीटर के इस एक्सप्रेस-वे के लिए लिए करीब 8000 करोड़ रुपये आवंटित किये जायेंगे। इस दौरान सीएम कैबिनेट बैठक के बाद योगी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस बार कुंभ का आयोजन काफी भव्य तौर पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुंभ में दुनिया के 70 से अधिक देशों के राष्ट्रध्वज लगे हैं।

बैठक से पहले दर्शन-पूजनः मेला क्षेत्र में बने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में हुई इस मीटिंग से पहले योगी कैबिनेट के सदस्यों ने संगम में डुबकी भी लगाई। इससे पहले मंत्रियों ने अक्षयवट, सरस्वती कूप और हनुमान मंदिर जाकर दर्शन-पूजन भी किया।

बैठक में नहीं गए ये मंत्रीः इन दिनों बगावती रुख अख्तियार कर चुके योगी सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बैठक से किनारा कर लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘बैठक में मंत्रियों की कोई बात तो सुनी नहीं जाती है। मुंह दिखाने के लिए बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है।’