संसद में वक्फ संशोधन बिल पेस कर दिया गया है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। कानपुर में हाई अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन चारों तरफ तैनात है। वहीं सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। यूपी की मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी संसद में आज वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाली है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा कंट्रोल करना चाहती है। अखिलेश यादव ने कहा है, “बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जिसे जमीन से बहुत प्यार है। उन्होंने रेलवे की जमीन बेची, सेना की जमीन बेची और अब वक्फ की जमीन बेची जाएगी। यह सब उनकी नाकामियों को छिपाने की साजिश है। हमारे मुख्यमंत्री (योगी) कहते हैं कि राजनीति उनका पार्ट-टाइम काम है, तो दिल्ली की जनता ऐसे पार्ट-टाइम काम करने वालों को क्यों नहीं हटाती?”
राम नवमी पर राम लला के सूर्य तिलक की तैयारियों पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा है, “6 अप्रैल को राम नवमी के पावन अवसर पर सुबह राम लला का अभिषेक होगा। इसके बाद श्रृंगार किया जाएगा। नवमी के दिन दोपहर में राम लला का जन्म होगा। उस समय आरती की जाएगी और छप्पन भोग लगाया जाएगा। इसी समय चार मिनट तक राम लला का सूर्य तिलक किया जाएगा।”
डीसीपी लखनऊ आशीष श्रीवास्तव ने कहा है, “आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया जा रहा है। इस सिलसिले में पुलिस लगातार जनता से संपर्क में है। हम सभी से बात कर रहे हैं, उनकी शिकायतों को समझ रहे हैं और उनसे अपील कर रहे हैं कि वे यह संदेश दें कि यह संवैधानिक कार्य है और उन्हें इसके पीछे सरकार की मंशा को समझना चाहिए और इसका समर्थन करना चाहिए। अगर किसी को किसी तरह की कोई परेशानी है तो वह संवैधानिक तरीके से इसका विरोध कर सकता है। लखनऊ एक ऐसा शहर है जहां हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर समय तैयार हैं। इसलिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही की गई हैं। पुलिसकर्मियों को एसओपी के बारे में पता है, वे हर दिन ये काम करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पुलिस पर लोगों का विश्वास बना रहे। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की गलतफहमी न रखें, उन्हें यह समझना चाहिए।”
वक्फ संशोधन विधेयक पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव का कहना है, “सत्ताधारी पार्टी इस विधेयक को लाकर हमारे मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। इस विधेयक से आम लोगों को कुछ हासिल नहीं होने वाला है। गरीबों को इससे कुछ नहीं मिलने वाला है। सत्ताधारी पार्टी उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह विधेयक ला रही है।”
वक्फ संशोधन विधेयक पर भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा है, “प्रधानमंत्री मोदी आने वाले कई सालों तक मुसलमानों को ईदी देने वाले हैं”
राम नवमी पर राम लला के सूर्य तिलक की तैयारियों पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा है, “6 अप्रैल को राम नवमी के पावन अवसर पर सुबह राम लला का अभिषेक होगा। इसके बाद श्रृंगार किया जाएगा। नवमी के दिन दोपहर में राम लला का जन्म होगा। उस समय आरती की जाएगी और छप्पन भोग लगाया जाएगा। इसी समय चार मिनट तक राम लला का सूर्य तिलक किया जाएगा। इसका प्रसारण दूरदर्शन के माध्यम से दुनिया भर में किया जाएगा।”
आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किए जाने पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी। जिन लोगों के लिए यह विधेयक लाया जा रहा है, उनकी बातों को महत्व न देने से बड़ा अन्याय क्या हो सकता है?” उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जिसे जमीन से बहुत प्यार है। उन्होंने रेलवे की जमीन बेची, रक्षा की जमीन बेची और अब वक्फ की जमीन बेची जाएगी। यह सब उनकी नाकामियों को छिपाने की साजिश है। हमारे मुख्यमंत्री कहते हैं कि राजनीति उनका पार्ट-टाइम काम है, तो दिल्ली की जनता ऐसे पार्ट-टाइम काम करने वालों को क्यों नहीं हटाती?”
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर यूपी के मंत्री ओपी राजभर कहते हैं, “समाजवादी पार्टी, बीएसपी, कांग्रेस समर्थक वोट की राजनीति कर रहे हैं। वक्फ बोर्ड के नियमों में पहले तीन बार संशोधन हो चुका है, इसमें जो कमियां थीं उन्हें समय-समय पर ठीक किया जाता है, इसलिए अब इसे ठीक किया जा रहा है। जो लोग विरोध कर रहे हैं उनसे मैं पूछना चाहता हूं कि मुझे एक भी गरीब व्यक्ति का नाम बताएं जिसे वक्फ बोर्ड की जमीन का लाभ दिया गया हो। सरकार चाहती है कि वक्फ बोर्ड नियमावली के तहत आने वालों को लाभ मिले। ये लोग सिर्फ वोट के लिए विरोध कर रहे हैं।”
संसद में आज वक्फ संशोधन विधेयक पर अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती का कहना है, “हमें पूरा विश्वास है कि यह विधेयक संसद में पारित हो जाएगा। हम इस विधेयक का समर्थन करते हैं।”
वक्फ संशोधन विधेयक पर बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है, “इस बिल में सुधार की जरूरत है क्योंकि ये बिल काफी पुराना होता जा रहा है और समय के हिसाब से मांग भी उठ रही है कि इसमें समय-समय पर सुधार किए जाएं। ताकि जनता को लाभ मिले और पीएम मोदी की सरकार और पीएम मोदी चाहते हैं कि इस बिल से गरीब मुसलमानों को लाभ मिले। इस बिल से गरीब मुसलमानों को लाभ मिलेगा लेकिन अखिलेश यादव इसका विरोध कर रहे हैं, वो ये नहीं चाहते।”
वक्फ संशोधन विधेयक आज लोकसभा में पेश किया जाएगा। इसको लेकर लखनऊ ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है, “जहां तक मुसलमानों का सवाल है, हमने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और सभी मुस्लिम संगठनों के साथ मिलकर यह साफ कर दिया है कि ये संशोधन वक्फ संपत्तियों के हित में नहीं हैं और वक्फ हमारी शरीयत का अभिन्न अंग है। वक्फ हमारे धर्म का अभिन्न अंग है और वक्फ मुसलमानों द्वारा और मुसलमानों के लिए है। पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य मुस्लिम संगठनों द्वारा दिए गए सुझावों को इस विधेयक में शामिल किया जाना चाहिए था, जिसे शामिल नहीं किया गया है। इसलिए हम आम तौर पर इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं।”
गाजियाबाद में संघ और बीजेपी की समन्वय बैठक होनी है। जिसमें सीएम योगी शामिल होने वाले हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक आज लोकसभा में पेश किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा है, “हमारी पार्टी शुरू से ही इस विधेयक का विरोध करती रही है। विधेयक में किए गए संशोधन तानाशाहीपूर्ण और असंवैधानिक हैं। वे बहुमत में हैं और वे इसे किसी भी तरह पारित करवा लेंगे, लेकिन हम चर्चा चाहते हैं ताकि देश को पता चले कि वे क्या कर रहे हैं।”
यूपी पुलिस ने हरियाणा से बिहार तस्करी कर लाई जा रही 60 लाख रुपये की शराब जब्त की।
प्रशासन ने अंबेडकर नगर जिले के अजयपुर गांव में अतिक्रमण हटाया।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 45 वर्षीय एक व्यक्ति का शव मंगलवार को एक नाले से बरामद किया गया। पुलिस के मुताबिक, मृतक के शव के पास से शराब की थैलियां और नमकीन के पैकेट भी मिले हैं। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने बताया कि बेहट थानाक्षेत्र के कलसिया गांव के रहने वाले तेजपाल का शव राजमार्ग के किनारे जंगल के पास से बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नाले से बाहर निकालकर उसकी शिनाख्त कराने का काम शुरू किया।
दुष्कर्म के आरोप में उम्र कैद की सजा काट रहे स्वयंभू बाबा आसाराम को तीन महीने की अंतरिम जमानत मिलने पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाहजहांपुर जिले में रहने वाली पीड़िता के परिजनों द्वारा जान का खतरा जताए जाने के बाद उनके घर की सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि आसाराम को तीन महीने की अंतरिम जमानत मिलने के बाद उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए पीड़िता के परिवार की सुरक्षा और कड़ी कर दी है। पीड़िता के घर पर एक सुरक्षाकर्मी तैनात है और पीड़िता के पिता व भाई के साथ एक-एक गनर तैनात रहता है।
उत्तराखंड में मां पूर्णागिरि मंदिर के दर्शन करके बस की छत पर सवार होकर लौट रहे बुलंदशहर जिले के 32 वर्षीय एक व्यक्ति की पीलीभीत में पेड़ की टहनी से टकराने से मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दुर्घटना रविवार रात को हुई। दो अन्य घायल श्रद्धालुओं का पीलीभीत के जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बलिया जिले के मनियर क्षेत्र में नवका बाबा मंदिर में दर्शन करने आए गोरखपुर निवासी चाचा-भतीजे की मंगलवार को सरयू नदी में स्नान करते समय डूबने से मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोरखपुर जिले के चौरी चौरा थाना क्षेत्र के खास डुमरी बसंत टोला के रहने वाले कुछ श्रद्धालु नवका बाबा मंदिर में दर्शन करने आए थे।
उन्होंने कहा कि मंगलवार की सुबह करीब सात बजे वीरू पटेल (15) और उसके चाचा भीम पटेल (35) संत शरण दास बाबा के मंदिर के पास सरयू नदी में स्नान करने गए। इस दौरान गहरे पानी में चले जाने से वे डूब गए। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि गोताखोरों की मदद से दोनों के शव नदी से बाहर निकाले गए। शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए गए हैं।
प्रयागराज BSNL दफ्तर कैंपस में आग लगने की घटना सामने आई है। यहां फायर टेंडर मौके पर मौजूद हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला करते हुए मंगलवार को कहा कि गौकशी करवाने और कसाइयों के साथ संबंध रखने वाले सपा के लोग गौ माता की सेवा करना क्या जानें, उन्हें तो गोबर में दुर्गंध ही मिलेगी।
बरेली में विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘‘ये निराश्रित गोवंश समाजवादी पार्टी ने दिये हैं और इसीलिए इन्होंने गायों को लावारिस छोड़ दिया था। देखिये ना, समाजवादी पार्टी के मुखिया क्या कहते हैं कि मुझे गोबर से दुर्गंध आती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी के लोग जो गौकशी करवाते थे, गौ तस्करों और कसाइयों के साथ जिनके संबंध थे, वे गौ माता की सेवा करना क्या जानें। उन्हें तो गौ माता के गोबर में दुर्गंध ही मिलेगी। उन्हें अपने कृत्यों में दुर्गंध नजर नहीं आती है। उन्हें गौ माता की सेवा में दुर्गंध नजर आती है और इसीलिए उनके अध्यक्ष के मुंह से यह बात निकल ही गई।’’
नोएडा के सेक्टर 18 में स्थित एक व्यावसायिक इमारत में आग लग गई, जिसमें कार्यालय हैं। दमकल विभाग और पुलिस मौजूद ज्वाइंट सीपी शिव हरि मीना ने बताया, “हमें कृष्णा प्लाजा इमारत में आग लगने की सूचना मिली है। इमारत से कई लोगों को बचाया गया है। जिन लोगों ने दम घुटने की शिकायत की है, उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हम इसकी आगे जांच कर रहे हैं। सभी मंजिलों की फिर से जांच की जा रही है।”
बरेली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज से हमारे सभी स्कूल और कॉलेज खुल रहे हैं। मैं सभी बरेली वासियों और उत्तर प्रदेश वासियों से अपील करूंगा कि कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए, हमें यह सुनिश्चित करना है कि हर कोई स्कूल चलो अभियान से जुड़े। जैसे ही स्कूल का सत्र शुरू होगा, हर जनप्रतिनिधि और हर शिक्षक स्कूल चलो अभियान से जुड़ेंगे। मैं आपसे अपील करूंगा कि आप इस अभियान से जुड़ें और राष्ट्रीय मिशन को आगे बढ़ाएं और अपने राज्य की साक्षरता दर को भी बढ़ाएं। हम हर बच्चे को साक्षर और सक्षम बनाएंगे और उनकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ राज्य और देश के विकास और निर्माण में लगाएंगे। आज हमने बच्चों को स्कूल की किताबें और यूनिफॉर्म प्रदान करके स्कूल चलो अभियान की शुभ शुरुआत की है।”
नोएडा सेक्टर 18 में भीषण आग लगी है। दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं।
महाकुंभ में धार्मिक अनुशासन की बात कर सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाने के मामले पर समाजवादी पार्टी के सांसद आनंद भदौरिया कहते हैं, “इसमें कोई विवाद नहीं है, दरअसल, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भाषा कड़वी होती जाएगी, हिंदू-मुसलमानों के बीच दरार पैदा करने वाली टिप्पणियां और भी होंगी, क्योंकि सरकार विकास के मोर्चे पर विफल रही है। कौन सड़क पर नमाज पढ़ना चाहता है? अगर जगह की कमी है, तो प्रशासन को नमाज के लिए जगह की व्यवस्था करनी चाहिए। कल मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में ईदगाह में नमाज के दौरान वहां था, सड़क पर कोई नहीं था, 20,000 लोगों ने सीमा के भीतर नमाज पढ़ी। जहां तक महाकुंभ का सवाल है, अभी भी कई लोग लापता हैं। सरकार को उन्हें ढूंढना चाहिए।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कुशासन ने राज्य को पीछे धकेल दिया। “यह चुनौती उन पार्टियों के शोषण का नतीजा है जिन्होंने लंबे समय तक यूपी पर राज किया। उनके कुशासन का नतीजा यह हुआ कि राज्य हर क्षेत्र में पीछे चला गया। चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर हो, गवर्नेंस हो, कल्याणकारी योजनाएं हों या रोजगार, हर क्षेत्र में इसका असर दिखाई दे रहा था। 2016-17 तक यूपी पहचान के संकट से जूझ रहा था। पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई योजनाओं को समाजवादी पार्टी सरकार ने यूपी में लागू नहीं किया।”
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने सीएम योगी आदित्यनाथ की सड़क पर नमाज पढ़ने की टिप्पणी पर कहा, “हमें अनुशासन समझ में आ गया है। मैंने खुद लोगों से सड़कों पर नमाज न पढ़ने को कहा है। लेकिन उन्हें दूसरों को भी अनुशासन सिखाना चाहिए जो जुलूस निकालकर यातायात को बाधित करते हैं।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि एक बड़ा वर्ग उन्हें एक दिन प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “देखिए, मैं राज्य का मुख्यमंत्री हूं, पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए यहां रखा है और राजनीति मेरे लिए पूर्णकालिक काम नहीं है। फिलहाल हम यहां काम कर रहे हैं लेकिन असल में मैं एक योगी हूं। जब तक हम यहां हैं, काम कर रहे हैं। इसकी भी एक समय सीमा होगी।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस सवाल का जवाब दिया कि क्या केंद्रीय नेताओं के साथ उनके कोई मतभेद हैं। उन्होंने कहा, “मतभेद का सवाल कहां से आता है? आखिर मैं पार्टी की वजह से ही यहां बैठा हूं। अगर केंद्रीय नेताओं से मेरे मतभेद हैं तो क्या मैं यहां बैठा रहूंगा? दूसरी बात यह है कि चुनाव में टिकटों का बंटवारा पार्टी के संसदीय बोर्ड द्वारा किया जाता है और सभी मामलों पर संसदीय बोर्ड में चर्चा होती है। मामले उचित जांच के बाद वहां पहुंचते हैं। इसलिए बोलने के लिए कोई भी कुछ भी कह सकता है। कोई किसी का मुंह बंद नहीं कर सकता।”
पीटीआई को दिए इंटरव्यू के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वह ‘बुलडोजर मॉडल’ को अपनी उपलब्धियों में से एक मानते हैं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “देखिए, यह कोई उपलब्धि नहीं है, यह यहां (उत्तर प्रदेश) की जरूरत थी और उस जरूरत के लिए जो भी हमें जरूरी लगा, हमने किया। आज भी अगर कहीं कोई अतिक्रमण है, तो उसे हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाता है। तो, बुलडोजर बुनियादी ढांचा प्रदान करने के साथ-साथ अतिक्रमण भी हटा सकता है और मुझे लगता है कि हमने लोगों को इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना सिखाया है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि तमिलनाडु जैसे राज्यों में हिंदी को लेकर विवाद नेताओं द्वारा उनके संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए पैदा किया जा रहा है। “यूपी में हम तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बंगाली और मराठी पढ़ा रहे हैं, तो क्या इससे यूपी छोटा हो गया है? यूपी में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं, नौकरियां पैदा हो रही हैं। जो लोग अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों के कारण इस भाषा विवाद को पैदा कर रहे हैं, वे अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं, लेकिन वे एक तरह से युवाओं के रोजगार पर हमला कर रहे हैं।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाने के राज्य प्रशासन के फैसले को सही बताया और कहा कि लोगों को महाकुंभ के दौरान प्रयागराज आए श्रद्धालुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। “सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग ऐसा कह रहे हैं। उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए। कहीं लूटपाट नहीं हुई, कहीं आगजनी नहीं हुई, कहीं छेड़छाड़ नहीं हुई, कहीं तोड़फोड़ नहीं हुई, कहीं अपहरण नहीं हुआ, यही अनुशासन है, यही धार्मिक अनुशासन है। वे श्रद्धा से आए, महास्नान में शामिल हुए और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए। त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन बदतमीज़ी का माध्यम नहीं बनने चाहिए। अगर सुविधा चाहिए तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखिए।”