यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और उनके नेताओं का एक दूसरे पर तंज कसने, आरोप लगाने और व्यंग्यपूर्ण बयान देने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रदेश के दो बड़े दलों सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी समाजवादी पार्टी के नेताओं ने अपने-अपने मंचों और कार्यक्रमों में एक-दूसरे पर जनविरोधी होने और जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरने का आरोप लगाया। यूपी भाजपा ने एक वीडियो जारी कर अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “नक्कालों से सावधान।” उधर, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी को ‘भाईजान’ बताया।
पार्टी ने एक स्लोगन भी ट्विटर पर लिखा है, “कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा सपा प्रमुख ने कुनबा जोड़ा।” इस नारे के जरिए पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ कई छोटे दलों के गठबंधन पर वार किया है। हाल ही में समाजवादी पार्टी ने यूपी चुनाव के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ गठबंधन किया है। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी अखिलेश यादव से मिलकर साथ चुनाव लड़ने का फैसला कर चुके हैं।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, मऊ के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी समेत कई अन्य नेताओं के समाजवादी पार्टी के साथ आने और साथ में चुनाव लड़ने की बात चल रही है।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि “योगी सरकार को जनता नकार रही है, क्योंकि सरकार ने जनता के लिए कुछ नहीं किया। सपा सरकार ने विकास के जो प्रोजेक्ट तैयार किए या जो काम शुरू कराए थे, भाजपा सरकार और सीएम योगी आदित्यनाथ उसी को अपना बताकर शिलान्यास और उद्घाटन कर रहे हैं।”
पार्टी का कहना है कि “भाजपा सरकार ने पांच साल तक जनता को बताने के लिए कुछ भी नहीं किया। अब वे हिंदू-मुस्लिम और जांति-पात के नाम पर बांटने और लोगों को बरगलाकर वोट लेने की कोशिश कर रहे हैं।”
हाथरस में पिछले साल एक दलित युवती से हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म और उपचार के दौरान उसकी मौत को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘दलितों और महिलाओं पर अत्याचार’ याद दिलाने के लिए प्रदेश भर में दीप जलाने का आह्वान किया है। वहीं, भाजपा ने दावा किया है कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित हैं और कानून का राज है।
सपा की अपील- हाथरस की बेटी की स्मृति दिवस पर प्रदेशवासी दीप जलाएं
सपा ने मंगलवार को ट्वीट किया, ”आज, ‘हाथरस की बेटी की स्मृति दिवस’ पर सभी प्रदेशवासियों, सपा और सहयोगी दलों से अपील है कि जिस तरह दुष्कर्म पीड़िता के शव को कुकृत्य करते हुए पेट्रोल डालकर आधी रात को परिवार की अनुपस्थिति में जला दिया गया था, उसके विरोध में दीप जलाकर भाजपा का दलितों, महिलाओं पर अत्याचार याद दिलाएं।”
इससे पहले सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गत बृहस्पतिवार को हर महीने की 30 तारीख को सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता हाथरस की बेटी की स्मृति दिवस मनाकर राज्य की भाजपा सरकार का दलित और महिला विरोधी चेहरा बेनकाब करने का आह्वान किया था।