उत्तर प्रदेश के ललितपुर में बीजेपी विधायक रामरतन कुशवाहा पर सरकारी कर्मचारियों को लेकर एक विवादित बयान दिया है। मंगलवार (4 मई) को आयोजित पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने कुशवाहा ने कहा कि अगर प्रदेश के कर्मचारी महीने भर में ठीक नहीं होते हैं तो जूता उतारकर उनको मारिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सपा व बसपा की मानसिकता वाले अधिकारी और कर्मचारियों ने लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को धमकाया और उन्हें सदस्यता दिलवाई। हालांकि बीजेपी विधायक के इस बयान के बाद जिला प्रभारी रामकिशोर साहू ने आपत्ति दर्ज कराई है। साथ ही जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह लोधी ने भी अपनी नाराजगी जताई है।

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क्या है मामला: दरअसल, ललितपुर सदर से बीजेपी विधायक रामरतन कुशवाहा मंगलवार को सांसद अनुराग शर्मा की जीत के बाद आयोजित बीजेपी कार्यकर्ता अभिनंदन समारोह में महरौनी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होने कार्यकर्ताओं के सामने मंच से बोलते हुए कहा, “अभी भी जो प्रदेश सरकार के कर्मचारी हैं वो महीने, दो महीने में ठीक नहीं होते हैं और हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करते हैं तो मैं कहता हूं कि अपना जूता उतारिए और मारिए, क्योंकि एक सीमा होती है बर्दाश्त करने की। ये सपा-बसपा की मानसिकता के अधिकारी जिन्होंने बदतमीजी करने का काम चुनाव के समय भी किया। हमारे कार्यकर्ता को हड़काया, सदस्यता के लिए मजबूर किया। मेरे पास पुलिस और राजस्व कर्मचारियों की ऐसी सूचना हैं। वो अभी सतर्क हो जाएं।”

अभिनंदन समारोह का है वाकया: बता दें कि झांसी- ललितपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के अनुराग शर्मा जीत मिली है। जीत के बाद पहली बार सांसद का जिले में आगमन हुआ था। जिसके चलते महरौनी व ललितपुर में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। लेकिन महरौनी में आयोजित कार्यक्रम में सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विवादित बयान दे दिया, जिसको लेकर अब राजनीति गरमा गई है।

पार्टी में विरोध: विधायक के बयान के बाद अब उनकी ही पार्टी के नेता इस इससे पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।  क्षेत्रीय महामंत्री कानपुर रामकिशोर साहू और बुंदेलखंड क्षेत्र व जिला प्रभारी ने कहा कि पूर्व की सरकारों में अधिकारियों ने भ्रष्टाचार व मनमानी की है। लेकिन सदर विधायक कुशवाहा के बयान से वह भी सहमत नहीं है।