केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे की मुश्किलें बढ़ने वाली है। चुनाव आयोग ने कर्नाटक चुनाव अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के खिलाफ DMK की शिकायत पर कार्रवाई करें और 48 घंटे के भीतर अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करें।

इससे पहले शोभा करंदलाजे ने तमिलनाडु के लोगों से जुड़े बयान को लेकर माफी मांगी थी। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर हमलावर होते उन्होंने आरोप लगाए थे कि तमिलनाडु के लोग कर्नाटक में आकर बम लगाते हैं। उनका यह बयान ‘बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट’  से जुड़ा था। सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने माफी मांगी और लिखा–“मेरे प्यारे तमिल भाइयों और बहनों, मैं देख रही हूं कि मेरी टिप्पणियों से कुछ लोगों को दुख पहुंचा है इसके लिए मैं माफी मांगती हूँ।”

क्या बयान दिया था?

बेंगलुरु में रविवार को अजान के दौरान हनुमान चालीसा बजाने पर एक व्यापारी को पीटने की घटना के खिलाफ बीजेपी द्वारा किये गये प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कांग्रेस सरकार पर ‘वोट बैंक की राजनीति’ में शामिल होने और हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया।

मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने विवादित बयान देते हुए कहा–“कर्नाटक में कानून-व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। तमिलनाडु से आए लोग यहां बम लगाते हैं, दिल्ली से आए लोग ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हैं और केरल से आने वाले लोग तेजाब हमले करते हैं।”

तमिलनाडु के सीएम ने जताई आपत्ति

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी की निंदा की। स्टालिन ने ‘एक्स’ लिखा– ” भाजपा की केंद्रीय मंत्री शोभा के बेतुके बयान की कड़ी निंदा करता हूं। इस तरह के दावे करने के लिए या तो एनआईए का अधिकारी होना चाहिए या फिर रामेश्वरम कैफे विस्फोट से करीबी तौर पर जुड़ा होना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”स्पष्ट तौर पर उनके पास इस तरह के दावे करने का कोई अधिकार नहीं है। तमिल और कन्नड़ समुदाय के लोग समान रूप से भाजपा की इस विभाजनकारी बयानबाजी को खारिज कर देंगे।”

केंद्रीय मंत्री ने माफी मांगी

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा–“मैं अपने तमिल भाइयों और बहनों को स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैं देख रही हूं कि मेरी टिप्पणियों से कुछ लोगों को दुख पहुंचा है – और इसके लिए मैं माफी मांगती हूं। मेरी टिप्पणियाँ पूरी तरह से कृष्णगिरि जंगल में प्रशिक्षित उन लोगों के लिए थीं, जो रामेश्वरम कैफे विस्फोट से जुड़े थे। तमिलनाडु के लोगों से मैं अपने दिल की गहराइयों से माफी मांगती हूं।”