राज्यसभा टिकट ने मिलने के बाद आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी ने आपको केंद्रीय मंत्रिमंडल में बुला लिया। यही बहुत बड़ी बात है। यह उनकी उदारता है।
उनके इस बयान के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार नेआरसीपी सिंह के लिए कहा कि वह तब से हमारे साथ हैं, जब वह एक आईएएस अधिकारी थे। उन्हें दो बार राज्यसभा भेजा जा चुका है। उन्हें पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया गया था और वे वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री हैं। इसलिए उन्हें ये सभी अवसर मिले हैं।
बिहार में पांच सीटों पर राज्यसभा के लिए 10 जून को चुनाव
बता दें, बिहार में पांच सीटों पर राज्यसभा के लिए 10 जून को चुनाव होना है। जेडीयू ने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक खिरू महतो को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
आरसीपी सिंह ने कहा कि 12 साल तक राज्यसभा में पार्टी का अध्यक्ष रहा, इसमें उनका सहयोग रहा। मैंने संगठन में काम किया। हमारा संगठन जनता दल यू है। हमारी उपलब्धि है कि पार्टी को बूथ तक पहुंचाया। संगठन में 33 प्रकोष्ठ बनाए। संगठन के सभी निर्णय नीतीश की सलाह से लिए गये। संगठन की ताकत मेरी उपलब्धि है। 33 प्रकोष्ठ को घटाए गए, उन सबको पुनर्जीवित किया जाए।
आगे केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बताया कि संगठन में समय दूंगा और उपलब्ध रहूंगा। मैंने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे कोई नाराज हो। छह जुलाई तक कार्यकाल है। मंत्री बनाने का विशेषाधिकार पीएम का है। नीतीश कुमार की सहमति से ही केंद्र में मैं मंत्री बना हूं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम बनाए जाने के मामले पर कहा कि पीएम बनने के लिए 272 सीट चाहिए। जेडीयू के पास 16 हैं, वह भी बिहार में है। एक सवाल पर कि क्या ललन सिंह से नाराजगी है? इसका जवाब देते हुए आरसीपी ने कहा कि ललन सिंह लोकसभा के नेता हैं, हम राज्यसभा के हैं। ऐसे में दोनों में किस लिए नाराजगी रहेगी?