तीन हिंदी भाषी राज्यों में हाल ही के चुनावों में कांग्रेस की जीत की पृष्ठभूमि में केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार (16 दिसंबर, 2018) को संकेत दिए कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी एक परिपक्व नेता बन गए हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी को पप्पू बोलते थे लेकिन मेरा उनको सुझाव है कि आपको पापा होना चाहिए और पापा होने के लिए जल्दी शादी करनी चाहिए। राहुल गांधी जल्दी शादी करें और पापा बन कर काम करें।’ उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा की चुनावी हार का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कुछ लेना देना नहीं है। अठावले की पार्टी आरपीआई (ए) राजग का एक घटक दल है। अठावले ने थाने जिले के कल्याण में पत्रकारों से कहा, ‘राहुल गांधी ने तीन राज्यों में एक अच्छी जीत हासिल की है। वह अब ‘पप्पू’ नहीं है लेकिन ‘पप्पा’ बन गए है।’

अठावले ने कहा, ‘चुनावों में हार भाजपा की है ना कि नरेन्द्र मोदी की।’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना को भाजपा के साथ अपना गठबंधन बनाए रखना चाहिए। ‘यदि यह गठबंधन जारी नहीं रहा तो शिवसेना का नुकसान होगा।’ केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अठावले ने कहा, ‘मैं शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से सेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के सपनों को पूरा करने की अपील करता हूं। उसे (सेना) अकेले चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोचना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस धारणा में नहीं रहना चाहिए कि केवल राफेल सौदे को उठाकर वह 2019 का चुनाव जीत लेगी।

बता दें कि तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के बाद द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की पुरजोर वकालत की। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के वारिस राहुल गांधी में ‘‘फासीवादी ’’ नरेन्द्र मोदी सरकार को परास्त करने की क्षमता है। स्टालिन की यह अपील द्रमुक की उसी परंपरा का हिस्सा है जब उनके पिता दिवंगत एम करूणानिधि ने नेतृत्व की कमान संभालने के लिए इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी को आमंत्रित किया था। द्रमुक अध्यक्ष यहां एक रैली को संबोधित कर रहे थे जिसमें आंध्र प्रदेश और केरल के मुख्यमंत्रियों क्रमश: एन चंद्रबाबू नायडू और पी विजयन ने भी भाग लिया। भाजपा की अगुवाई वाले राजग से संबंध तोड़ने के बाद से ही नायडू अगले संसदीय चुनाव के लिए भाजपा विरोधी एक महागठबंधन बनाने के प्रयासों में लगे हैं।

स्टालिन ने बीते समय को याद करते हुए कहा कि दिवंगत इंदिरा गांधी के प्रति समर्थन जाहिर करते हुए करूणानिधि ने 1980 में ऐलान किया था, ‘पंडित नेहरू की बेटी का स्वागत है। एक स्थाई सरकार दें।’ इसी प्रकार उन्होंने 2004 में सोनिया गांधी को यह कहते हुए निमंत्रित किया था, ‘इंदिरा गांधी की बहू का स्वागत है, भारत की बेटी जीतनी चाहिए।’ स्टालिन ने कहा, ‘‘2018 में, थैलाइवार कैलंगनार की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर मैं प्रस्ताव करता हूं कि हमें दिल्ली में एक नया प्रधानमंत्री बनाना चाहिए। हम एक नया भारत बनाएंगे, थैलाइवार कैलंगनार का बेटा होने के नाते मैं तमिलनाडु से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का प्रस्ताव करता हूं।’