केरल के सबरीमाला मंदिर में बुधवार तड़के दो महिलाओं ने भगवान अयप्पा के दर्शन किए। इस बात की पुष्टि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी कर दी है। दोनों महिलाओं की उम्र करीब 40 साल बताई जा रही है। 1500 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि 10-50 साल की किसी महिला ने मंदिर में प्रवेश किया है। दोनों महिलाओं को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर में दर्शन के लिए ले जाया गया।बता दें कि सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर प्रतिबंध है। यह परंपरा करीब 1500 साल से बरकरार है। सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को इसके खिलाफ फैसला सुनाया और मंदिर में सभी महिलाओं के प्रवेश को अनुमति दे दी थी। हालांकि, इसके बाद मंदिर के समर्थकों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और किसी भी महिला को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया।

सुबह किया मंदिर में प्रवेश: जानकारी के मुताबिक, दोनों महिलाओं ने आधी रात  में मंदिर की चढ़ाई शुरू की थी और वे करीब 3:45 बजे मंदिर में पहुंच गईं। इसके बाद उन्होंने भगवान अय्यपा के दर्शन किए और लौट गईं।

24 दिसंबर- 11 महिलाएं: गौरतलब है कि इससे पहले 24 दिसंबर के आस पास भी सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए तमिलनाडु की 11 महिलाओं के एक समूह को प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने की वजह से यात्रा छोड़नी पड़ी थी।

सुप्रीम कोर्ट दे चुका है फैसला: बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को हर आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का फैसला दिया था। जिसके बाद से ही सबरीमाला में लगातार इस फैसले का विरोध किया जा रहा है और प्रदर्शन भी जारी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये फैसला धार्मिक परंपरा के खिलाफ है।