आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच ‘सैद्धांतिक सहमति’ बन गई है। संभावित गठबंधन में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं? इसे लेकर पूछे गए सवाल पर सपा नेता राम गोपाल यादव शनिवार (पांच जनवरी, 2019) को बुरी तरह पत्रकारों पर बरस पड़े। प्रश्न करने वाले रिपोर्टर से बोले, “तुम कल्पना करते हो, पहले गठबंधन का मतलब समझो। फिर सवाल पूछो।”

उनसे सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर पूछा गया था। वह बोले, “मुझे नहीं पता कि क्या बातचीत हुई है। अगर ऐसा कुछ होगा, तो उसका ऐलान बहन मायावती और अखिलेश यादव करेंगे।” आगे सपा नेता से एक पत्रकार ने पूछ दिया कि क्या कांग्रेस इस गठबंधन का हिस्सा होगी? उनका जवाब आया, “तुम कल्पना क्यों कर रहे हो? काल्पनिक बातें क्यों कह रहे हो? ऐसा है कि आप गठबंधन का मतलब समझिए और अपने आप बातों को समझ लीजिए।”

इससे पहले, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने समाचार एजेंसी भाषा से कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर ‘सैद्धांतिक सहमति‘ बन चुकी है। उम्मीद है कि इस गठजोड़ की औपचारिक घोषणा जल्द होगी। उन्होंने इसी माह इसकी घोषणा होने की संभावना जताई। चौधरी के मुताबिक, “गठबंधन को लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। शुक्रवार को भी दोनों नेताओं के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई थी।”

सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अगले हफ्ते यूपी की 80 लोकसभा सीटों के बंटवारे पर आखिरी दौर का मंथन होगा। यह भी कहा गया कि 10 जनवरी के बाद अखिलेश मायावती संग वे सीटें चिह्नित करेंगे, जहां से वे अपने-अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेंगे। पार्टी के एक नेता ने नाम न बताने की शर्त पर स्थानीय मीडिया से कहा कि 10 जनवरी के बाद अखिलेश और मायावती के बीच लखनऊ या दिल्ली में बैठक हो सकती है।

पार्टी के एक नेता ने नाम न बताने की शर्त पर स्थानीय मीडिया से कहा कि 10 जनवरी के बाद अखिलेश और मायावती के बीच लखनऊ या दिल्ली में बैठक हो सकती है। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि सपा-बसपा में 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बनी है।