रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने टिबेट शो ‘पूछता है भारत’ में मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा कि टीआरपी स्कैम मामले में चैनल का नाम नहीं होने पर अब वो क्या कहेंगे। दरअसल रिपब्लिक टीवी ने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस ने कोर्ट में स्वीकार किया है कि टीआरपी मामले में एफआईआर में चैनल का नाम नहीं है।

कोर्ट में सरकार के कबूलनामे पर अर्नब, परमबीर सिंह पर हमलावर हैं। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को चुनौती देते हुए कहा, ‘परमबीर सिंह में आपको चुनौती देता हूं। अगर अभी थाने बुलाओ तो पहुंच जाता हूं। मुझे गिरफ्तार करो, मैं तैयार हूं। अगर हिम्मत है तो सामने आओ। आते हुए एक साक्षात्कार भी देते जाना मुझे। बोल दो कि तुम्हारे हाथ में कुछ नहीं है।’

अर्नब ने आगे कहा, ‘इस मुद्दे पर अब पूरे मीडिया में बात होने चाहिए। 10-11 दिनों में मीडिया ने जो हमारे खिलाफ कहा आज हम उन सब पर भारी पड़ गए हैं। अब सब चुप हैं। मीडिया की इतनी चुप्पी क्यों है? सवाल पूछने का समय अब हमारा है। हम सवाल पूछेंगे।’

बता दें कि बीते सोमवार को बंबई हाई कोर्ट में याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश सीनियर वकील हरीश साल्वे ने कोर्ट से गोस्वामी को गिरफ्तारी से संरक्षण देने की मांग की थी। इसपर महाराष्ट्र सरकार और पुलिस की ओर से पेश सीनियर कपिल सिब्बल ने कहा कि आरोपियों में अब तक गोस्वामी का नाम नहीं है, इसलिए उन्हें गिरफ्तारी से संरक्षण देने का कोई आदेश नहीं दिया जा सकता। सिब्बल ने कहा कि पुलिस ने टीआरपी मामले के सिलसिले में अब तक आठ लोगों को सम्मन जारी कर उनसे पूछताछ की है।

46वें मिनट से देखिए वीडियो-

कोर्ट में कपिल सिब्बल के इन्हीं बयानों के आधार पर रिपब्लिक टीवी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर निशाना साधा है। चैनल ने इसके साथ ही परमबीर सिंह के खिलाफ 200 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा भी किया है। अर्नब ने आरोप लगाया कि सिंह ने जो कहा उस पर मीडिया वाले आठ जून को कूद-कूदकर कह रहे थे कि रिपब्लिक तो फंस गया। क्या अब वो खबर देंगे कि परमबीर सिंह ने हम पर झूठे आरोप लगाए थे।