ममता बनर्जी ने बुधवार को तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उन्हें शपथ दिलाई। जहां शपथग्रहण के ठीक बाद ममता ने राज्य में फैली हिंसा को खत्म करने की बात कही, वहीं राज्यपाल धनखड़ और बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की मौत पर धरना प्रदर्शन के लिए पहुंचे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम पर निशाना साधा।
क्या बोले राज्यपाल और भाजपा अध्यक्ष?: ममता को शपथ दिलाने के बाद बंगाल के राज्यपाल ने नसीहत देते हुए कहा, “मैं तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देता हूं। आशा है कि शासन संविधान और कानून के नियम के अनुसार चलेगा। हमारी प्राथमिकता इस संवेदनहीन हिंसा का अंत करना है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कानून के शासन को बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगी। लोकतंत्र के लिए हिंसा ठीक नहीं है।”
धनखड़ के बाद जेपी नड्डा का भी बयान आया। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे बंगाल के नतीजे आए हैं वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है। यह लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे। नड्डा यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “जो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं। जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं।
नड्डा ने आगे कहा, “ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे।” प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे। विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे।”
ममता ने अकेले ली शपथ, बोलीं- हिंसा करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई: इससे पहले ममता बनर्जी ने आज कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अकेले ही सीएम पद की शपथ ली। उन्होंने कहा, “हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। बंगाल को अहिंसा पसंद है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे हिंसा न हो।” बताया गया है कि मंत्रियों को कल शपथ दिलाई जाएगी।