Patna University Students Union Election: पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में महिला उम्मीदवारों का दबदबा दिखाई दिया है। एक विनर तो अच्छी शिक्षा को सुनिश्चित करना चाहती है। वहीं दूसरी पक्षपात और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहती है। तीसरा चाहती है कि हर डिपार्टमेंट में डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाए। इन सभी के टारगेट भले ही अलग-अलग हों, लेकिन साथ मिलकर उन्होंने एक पावरफुल मैसेज दिया है। यह पहली बार हुआ है जब पीयूएसयू के लिए हुए इलेक्शन में तीन महिलाओं ने तीन बड़े पदों पर जीत दर्ज की है।
शनिवार को पीएसयू के परिणाम घोषित किए गए थे। इन नतीजों में मैथिली मृणालिनी पीयूएसयू अध्यक्ष, निर्दलीय उम्मीदवार सलोनी राज महासचिव और एनएसयूआई की सौम्या श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष चुनी गईं। इसके अलावा बाकी पदों पर निर्दलीय उम्मीदवार धीरज कुमार और एनएसयूआई के रोहन कुमार ने कब्जा जमाया।
मैथिली ने रचा इतिहास
पटना में एक और उपलब्धि यह है कि मैथिली की जीत से पहली बार PUSU की अध्यक्ष महिला बनी है। उन्होंने कहा कि यह वाकई बहुत ही बड़ा सम्मान है। साथ ही पहली बार महिलाओं ने तीन बड़े पदों पर जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया है। मुंगेर की रहने वाली एबीवीपी उम्मीदवार पटना वीमेंस कॉलेज में बीए की थर्ड ईयर की स्टूडेंट है। उन्होंने पटना के फेमस नोट्रे डेम अकादमी से 10th क्लास और राजस्थान के बनस्थली विद्यापीठ से 12th क्लास की पढ़ाई पूरी की है। अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मैथिलि ने कैंपस में काम करने वाली सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें लगाने की मांग की। उन्होंने एनएसयूआई के मनोरंजन राजा को 603 वोटों से हराया।
महासचिव का पद जीतने वाली सलोनी राज कौन हैं?
इसके अलावा सलोनी राज ने भी इतिहास रच दिया है। उन्होंने पीयूएसयू में महासचिव का पद निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीता है। उन्होंने कहा कि मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना और जीतना चाहती थी क्योंकि मैं विचारधारा के बोझ के बिना स्वतंत्र रूप से काम करना चाहती हूं। रोहतास के विक्रमगंज की रहने वाली सलोनी ने पटना के ज्ञान निकेतन गर्ल्स स्कूल से 10वीं और सेंट कैरेंस हाई स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की है। फिलहाल वह पटना वीमेंस कॉलेज में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की थर्ड ईयर की स्टूडेंट है। एबीवीपी के अंकित कुमार को 2,372 वोटों से हराने के बाद सलोनी ने कहा कि मेरी प्राथमिकताओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई शामिल है।
पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में पहली बार लड़की बनी अध्यक्ष
सौम्या श्रीवास्तव कौन हैं?
सौम्या श्रीवास्तव नई कोषाध्यक्ष चुनी गई हैं। वह पटना की रहने वाली हैं। उन्होंने बांकीपुर में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट और बेली रोड पर कार्मेल हाई स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और पटना महिला कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। एनएसयूआई की उम्मीदवार ने चुनावों में एबीवीपी के ओमजय यादव को हराया। प्रशासन से उनकी मांगों की लिस्ट में सबसे ऊपर हर विभाग में एक डिजिटल लाइब्रेरी है।
PUSU चुनाव एक खास मंच
बिहार की पॉलिटिक्स में PUSU चुनाव एक खास मंच है। पिछले कई विनर्स आगे चलकर काफी फेमस नेता बन गए हैं। अब इसको एक उदाहरण के जरिये समझने की कोशिश करें तो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 1973 के PUSU चुनावों में काफी अहम पद जीते थे।
इसके करीब 40 साल बाद तक कोई भी चुनाव नहीं हो सका और आखिरकार 2012 में फिर से चुनाव हुए। एबीवीपी ने साल 2012 के बाद पहली बार अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने उपाध्यक्ष और महासचिव के दो पदों पर जीत हासिल कर सब को हैरान कर दिया है। वामपंथी संगठनों के अलावा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी इन चुनावों में हिस्सा लिया। किशोर के समूह ने अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई उम्मीदवार का समर्थन किया, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।