UP Politics: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कानपुर के सीसामऊ विधायक इरफान सोलंकी (SP MLA Irfan Solanki) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बता दें कि यूपी पुलिस ने जेल में बंद सपा विधायक पर तीन और मामले दर्ज किए हैं। कानपुर पुलिस (Kanpur Police) की तरफ से सोमवार (26 दिसंबर) को जानकारी दी गई कि जाजमऊ थाने में इरफान सोलंकी (सपा विधायक), भाई रिजवान सोलंकी, इस्राइल आटे वाला, शौकत पहलवान व मोहम्मद शरीफ के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Irfan Solanki-तीन और मामले दर्ज किए गए:
कानपुर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर एपी तिवारी ने बताया इरफान सोलंकी पर तीन और मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें पहला संगठित गिरोह बनाकर अपराध करने पर गैंगस्टर एक्ट का है। जिसमें इरफान सोलंकी को गैंग का सरगना बनाया गया है। वहीं दूसरा जमीन हड़पने का मामला है जोकि जाजमऊ थाने में दर्ज है। वहीं तीसरा मामला ग्वालटोली थाने में पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का दर्ज किया गया था।
इन तीनों नई एफआईआर के साथ विधायक सोलंकी के खिलाफ पिछले दो महीने से भी कम समय में आठ मामले दर्ज हो चुके हैं। वहीं उनके ऊपर अब कुल 18 मामले हैं।
पुलिस का दावा है कि इन मामलों में इरफान सोलंकी के अन्य साथी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी ने अपने भाई के साथ कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय में सरेंडर किया था। जिसके बाद सपा विधायक को गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया था।
इरफान सोलंकी को गलत फसाया गया- अखिलेश यादव:
कानपुर के सीसामऊ से सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी 2 दिसंबर से जेल में बंद हैं। बता दें कि 19 दिसंबर को अखिलेश यादव जेल में सपा विधायक से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि इरफान सोलंकी निर्दोष हैं और उन्हें आपराधिक मामलों में झूठा फंसाया गया है। वहीं मुलाकात के बाद सोलंकी को कानपुर से महाराज जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
दरअसल एक भूमि विवाद में सपा विधायक पर अपने छोटे भाई रिजवान के साथ दंगा और आगजनी का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में पुलिस उनकी तलाश कर रही थी, हालांकि बाद में उन्होंने पुलिस आयुक्त के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। विधायक पर 11 नवंबर को दिल्ली से मुंबई जाने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करने का भी आरोप है।