Maharashtra News: महाराष्ट्र के गवर्नर और शिंदे सरकार (Eknath Shinde Government) के खिलाफ शनिवार (16 दिसंबर, 2022) को मार्च निकालने जा रहे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने लोगों से कहा कि जो महाराष्ट्र से प्यार करते हैं वो उनके साथ कल के मार्च में आएं।
मुंबई पुलिस ने दी मार्च निकालने की अनुमति
एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ कल निकलने वाले इस मार्च को मुंबई पुलिस ने अनुमति दे दी है। मार्च जीजामाता उद्यान से आजाद मैदान तक निकलेगा। उद्धव खुद इसकी अगुवाई करने जा रहे हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने शिंदे सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
उद्धव का कहना था कि महाराष्ट्र कर्नाटक विवाद में शिंदे सरकार जिस तरह से काम कर रही है वो हैरत में डालने वाला है। आज वो हमारे कुछ गांव मांग रहे हैं। कल वो इससे भी ज्यादा कुछ की डिमांड करेंगे तो भी सरकार चुप बैठी रहेगी। उनका कहना था कि गुजरात में चुनाव थे तो महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट गुजरात चले गए। अब कर्नाटक में चुनाव हैं तो सूबे का बहुत कुछ कर्नाटक को दे दिया जाएगा।
पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, “देखिए कैसे काम कर रही है शिंदे सरकार। शिंदे कर्नाटक विवाद पर चुप्पी साधे हैं, लेकिन वहां के सीएम जमकर अपने हितों की पैरवी कर रहे हैं। शिंदे चुप हैं क्योंकि बीजेपी चुप है। शिंदे बीजेपी के समर्थन से ही सीएम बने हैं।” उनका कहना था कि हमें ये सब कुछ गलत लगता है। इसी वजह से हम आंदोलन कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे राज्यपाल (Maharashtra Governor) भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshiyari) के उस बयान के खिलाफ भी खासे तल्ख दिखे जो उन्होंने शिवाजी को लेकर दिया था।
कोश्यारी के बयान पर शरद पवार भी भड़के
कोश्यारी के बयान से शरद पवार भी खासे तल्ख दिखे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को मर्यादा में रहकर बात करनी चाहिए। वो ऐसी शख्सियत का अपमान कर रहे हैं जिससे ऊपर हमारे लिए कोई चीज नहीं है।
बता दें कि औरंगाबाद की मराठवाड़ा विवि में 9 नवंबर को कोश्यारी ने कहा था कि शिवाजी को वो महाराष्ट्र का Old idol मानते हैं। उन्होंनं कहा था कि सूबे को अब बाबा साहेब अंबेडकर के साथ नितिन गडकरी जैसे लोगों को रोल मॉडल बनाना चाहिए। उनके बयान पर खासा बवाल मचा था।