राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को कोविड-19 के 66 नए मामले सामने आए लेकिन संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। दिल्ली में यह तीसरी बार है जब किसी मरीज की मौत दर्ज नहीं की गई है। यह काफी सुकून देने वाला रहा। वहीं, संक्रमण दर 0.10 फीसद दर्ज की गई।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,36,761 हो गई। इनमें से 14.11 लाख मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। शहर में संक्रमण से 25,066 मरीजों की मौत हुई है। शनिवार को दिल्ली में संक्रमण के 72 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 0.10 फÞीसदी दर्ज की गई तथा एक मरीज की मौत हुई थी।
दिल्ली सरकार की ओर से जारी टीकाकरण बुलेटिन के मुताबिक शनिवार को करीब एक लाख 19 हजार टाके दिए गए । जिसमें उन्नहतर हजार लोगों को पहली खुराक दी गई जबकि 60 हजार लोगों को दूसरी खुराक लगी । दिल्ली में अब तक एक करोड़ छह लाख लोग पहली डोज और 30 लाख लोग दूसरी डोज ले चुके हैं ।
काले कवक के 1858 मामले आए
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में म्यूकरमाइकोसिस (काला कवक) के अब तक 1,858 मामले सामने आये हैं, जिनमें से पांच अगस्त तक 686 मरीज उपचाराधीन थे। स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि दिल्ली को इस बीमारी के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन-बी की कुल 51,540 शीशियां आबंटित की गई हैं, जिनमें से 42,960 शीशियां प्राप्त की गई हैं और अस्पतालों को वितरित की गई हैं और 8,080 शीशियों का इंतजार है।
बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने अब आबंटन बंद कर दिया है और सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि वे अब अपनी जरूरत के अनुसार एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन सीधे निर्माताओं से खरीदें। दिल्ली सरकार ने भी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी की 26,700 शीशियां और एम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स की 25,000 शीशियों की खरीद की है। बयान में कहा गया है, ‘‘निजी अस्पताल भी अब सीधे निर्माताओं से खरीद कर रहे हैं।’’
दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र शुरू
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के तहत सरकारी अस्पतालों में 55.46 मीट्रिक टन के 45 पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र शुरू किए गए हैं।
यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) को दी। अधिकारियों के मुताबिक, महानगर के विभिन्न सरकारी एवं निजी अस्पतालों में 148.11 मीट्रिक टन (एमटी) क्षमता के करीब 160 पीएसए आॅक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में जहां 66 संयंत्र लगाए जा रहे हैं, वहीं दस संयंत्र केंद्र सरकार के अस्पतालों में और 84 निजी अस्पतालों में लगाए जा रहे हैं।
डीडीएमए अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 55.46 मीट्रिक टन क्षमता के 45 पीएसए संयंत्र शुरू हो चुके हैं। इस तरह के 21.06 एमटी क्षमता के 18 संयंत्र 15 अगस्त तक शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 9.29 एमटी क्षमता के दस पीएसए संयंत्र 31 अगस्त तक शुरू होंगे और 5.67 एमटी क्षमता के तीन संयंत्र 15 अक्टूबर तक तैयार होंगे।

