Karnataka : कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने 10 फरवरी को कर्नाटक विधानसभा के संयुक्त सत्र में अपना भाषण हिंदी में दिया, जिससे विपक्ष का गुस्सा भड़क उठा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एच के पाटिल ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और भाषा के संबंध में राज्य द्वारा अपनाई गई स्थिति के खिलाफ है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया जाना चाहिए और सरकार को जनता के सामने स्पष्टीकरण देना चाहिए। एच के पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल को शुरुआत में स्पष्ट करना चाहिए था कि वह अंग्रेजी में नहीं बोल सकते। एक अन्य दिग्गज कांग्रेस नेता आर. वी. देशपांडे ने भी कहा कि राज्यपाल को संवेदनशील स्थिति के कारण हिंदी में बात नहीं करनी चाहिए थी, हालांकि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है।

सभी वर्गों के लिए काम कर रही है कर्नाटक सरकार : राज्यपाल थावर चंद गहलोत

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत का कहना है कि कर्नाटक सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अमृत काल के अगले 25 वर्षों के लिए निर्धारित योजना को साकार करने के लिए काम करेगी। कर्नाटक विधानसभा का सत्र आज सुबह 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ और यह सत्र 24 फरवरी को समाप्त होगा।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दिया भाषण

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को अपने भाषण में कहा कि बेंगलुरु के निवासियों के यातायात संकट को कम करने के प्रयास में, शहर में पांच नए ट्रैफिक पुलिस स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, ताकि यातायात को कम किया जा सके और यातायात घनत्व से संबंधित मुद्दों का समाधान किया जा सके।

उन्होंने राज्य की राजधानी के महादेवपुरा जोन में सुरंजनदास जंक्शन के पास एक अंडरपास भी खोलने की घोषणा की है । बोम्मई ने कहा कि अंडरपास व्हाइटफील्ड और एमजी रोड के बीच यातायात को आसान करेगा।