दिल्ली विश्वविद्यालय ने 9 सितंबर को होने वाले छात्र संघ चुनाव में पहली बार नोटा का विकल्प शुरू करने का फैसला किया है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए ईवीएम में उपरोक्त में से कोई नहीं (नोटा) विकल्प की शुरुआत करने का फैसला चुनाव सलाहकार समिति की एक बैठक में किया गया। डूसू के मुख्य निर्वाचन आयुक्त डीएस रावत ने कहा कि डीयू छात्र संघ चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल करने वाला पहला विश्वविद्यालय था। इस साल से हमने नोटा का विकल्प शुरू करने और छात्रों को खारिज करने का अधिकार देने का फैसला किया है, अगर वे किसी भी उम्मीदवार को पद के लिए योग्य नहीं मानते।

डूसू के पदाधिकारियों और केंद्रीय परिषद के सदस्यों के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा। यह एक ऐसा छात्र संघ चुनाव है जिसे बड़ी उत्सुकता से लड़ा जाता है। मतगणना स्थल व तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी। डूसू चुनाव 2016-2017 के पदाधिकारियों के लिए नामांकन पत्र मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में जमा कराने की आखिरी तारीख एक सितंबर है। केंद्रीय परिषद की सदस्यता के लिए नामांकन पत्र कॉलेज, विभाग या संबंधित संस्थानों से प्राप्त करके उन्हें भी उसी तारीख तक जमा कराना होगा।

बयान में कहा गया कि नामांकन पत्र की जांच भी उसी दिन होगी, जिसके बाद नामांकित उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित होगी। इसमें कहा गया कि उम्मीदवार अपने नाम 3 सितंबर तक वापस ले सकेंगे। पिछले साल के डूसू चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सभी चार पदों पर कब्जा जमाया था। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के पद शामिल थे।