तेलंगाना में मुस्लिमों को मिले आरक्षण के खिलाफ विधानसभा में हंगामा करने और सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों पर कार्रवाई की गई। सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने पर बीजेपी के 5 विधायकों को विधानसभा से दो दिनों के लिए निलबिंत कर दिया गया है। इस बात की घोषणा विधानसभा अध्यक्ष मधुसूदन चारी ने की। बीजेपी के जिन विधायकों को निलंबित किया गया है, उनमें के लक्ष्मण, जी कृष्णा रेड्डी, चिंताला रामचंद्र रेड्डी, एन.वी.एस.एस. प्रभाकर और राजा सिंह शामिल है। भाजपा विधायक तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार द्वारा राज्य में मुस्लिमों के आरक्षण में वृद्धि किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सदन के बीच में आ गए थे। वहीं, राज्य में आरक्षण का विरोध कर रहे कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है।
विधायी मामलों के मंत्री हरीश राव ने भाजपा के सदस्यों को इस सप्ताह के लिए निलंबित किए जाने का प्रस्ताव रखा। टीआरएस सरकार ने घोषणा की है कि वह जारी बजट सत्र के दौरान मुस्लिमों के नौकरियों और शिक्षा में मौजूदा चार फीसदी आरक्षण को 12 फीसदी करने के लिए एक विधेयक लाएगी। इस कदम को असंवैधानिक बताते हुए भाजपा ने शुक्रवार को ‘चलो विधानसभा’ का आह्वान किया था। प्रदर्शनकारियों के मार्च को देखते हुए विधानसभा जाने वाली सड़कों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
वहीं, दूसरी ओर शुक्रवार को सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ जुलूस लेकर विधानसभा की ओर जाते हुए कई भाजपा नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विधानसभा के आसपास के इलाके में उस समय तनाव व्याप्त हो गया, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उच्च सुरक्षा वाले इलाके में निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया। हिरासत में लिए जाने वालों में भाजपा विधायकों के अलावा सदन में पार्टी के नेता किशन रेड्डी और राज्य इकाई के अध्यक्ष के. लक्ष्मण भी शामिल हैं। प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिर पर काले रंग का रुमाल बांधा हुआ था और मुस्लिमों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे थे। बीजेपी नेताओं ने सरकार के इस कदम को असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है।