Telangana News: पदयात्रा की अनुमति न मिलने के विरोध में भूख हड़ताल में बैठी तेलंगाना वाईएसआरटीपी प्रमुख वाईएस शर्मिला (YSRTP Chief YS Sharmila) की हालत बिगड़ गयी है। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया है।
शर्मिला तेलंगाना सरकार द्वारा ‘प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा’ आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में शुक्रवार सुबह से भूख हड़ताल पर बैठी हैं। कुछ भी न खाने के चलते उनकी हालत एकदम से बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, शर्मिला की सेहत अब स्थिर है।
TRS सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठीं थीं YS Sharmila: तेलंगाना के टीआरएस सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल बैठीं वाईएसआरटीपी प्रमुख वाईएस शर्मिला को हैदराबाद के एक स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। पुलिस द्वारा पदयात्रा की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद वाईएस शर्मिला अनिश्चितकालीन उपवास पर थीं। वाईएस शर्मिला आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की बहन हैं।
वाईएसआरटीपी प्रमुख ने शनिवार को कहा था, “तेलंगाना के पुलिसकर्मी केसीआर के मोहरों की तरह काम कर रहे हैं। मेरे लोग, जिनमें महिलाएं भी शामिल रहीं उन्हें कल गिरफ्तार किया गया और उनके साथ मारपीट की गई। वो अभी भी थाने में ही हैं। आज मेरे लोगों को मुझसे मिलने से रोका जा रहा है। पूरे इलाके में बैरिकेड लगा दिए गए हैं। ये पुलिस की बर्बरता है।”
CM KCR मेरी पदयात्रा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं: वाईएस शर्मिला ने कहा, ”तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (KCR) मेरी पदयात्रा को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मेरी बस को जला दिया गया, मेरे लोगों को पीटा गया और मुझ पर हिंसा का आरोप लगाया गया। फिर गिरफ्तार करके हैदराबाद ले गए। अगले दिन कोर्ट ने पदयात्रा करने की अनुमति दी लेकिन पुलिस फिर भी हमें जाने नहीं दे रही है।”
मां वाईएस विजयम्मा को किया गया हाउस अरेस्ट (House Arrest): वहीं, शर्मिला रेड्डी की मां वाईएस विजयम्मा को गुरुवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था। वह अपनी बेटी शर्मिला से मिलने के लिए पार्टी हाउस जाने वाली थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस पर विजयम्मा ने कहा, “क्या यह लोकतंत्र है? इससे पहले किसी सरकार ने आपत्ति नहीं जताई। पहले भी कई नेताओं ने पदयात्राएं की हैं, फिर चाहे वह चंद्रबाबू नायूड, वाईएस राजशेखर रेड्डी, वाईएस जगहन, बंदी संजय कुमार, राहुल गांधी हो। यह वाईएस शर्मिला की दूसरी पदयात्रा है। सरकार ने सबको पदयात्रा की मंजूरी दी लेकिन वाईएस शर्मिला को इसकी मंजूरी क्यों नहीं दी जा रही। इससे साफ है कि यह सरकार वाईएस शर्मिला से डरी हुई है।”