तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को बड़ा बयान दिया। रेवंत रेड्डी ने भरोसा जताया कि कांग्रेस राज्य में 2034 तक सत्ता में बनी रहेगी। रेवंत रेड्डी ने ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति (BRS) की आलोचना की। उन्होंने बीआरएस पर आरोप लगाया कि वह अपने दस साल के शासन के दौरान लगभग दो लाख करोड़ रुपये का औसत वार्षिक राजस्व अर्जित करने के बावजूद हैदराबाद में कुछ फ्लाईओवर सहित कई परियोजनाओं को पूरा करने में विफल रही।
रेड्डी ने केंद्र पर लगाया आरोप
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि तेलंगाना में निवेश करने के इच्छुक उद्योगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर गुजरात की ओर मोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का केंद्र से लड़ने का कोई इरादा नहीं है। रेवंत रेड्डी ने कहा, “1994 से 2004 तक टीडीपी (तेलुगु देशम पार्टी) ने 10 साल तक शासन किया और 2004 से 2014 तक कांग्रेस (तत्कालीन) आंध्र प्रदेश में सत्ता में थी। 2014 से बीआरएस ने लगभग 10 साल तक तेलंगाना पर शासन किया और 2024 से 2034 तक फिर से कांग्रेस सत्ता में रहेगी। यह लोगों की ओर से दिया गया दृढ़ जनादेश है।”
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भरोसा जताया कि कांग्रेस जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में जीत दर्ज करेगी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की जमानत जब्त हो जाएगी, जबकि बीआरएस को हार का सामना करना पड़ेगा। रेवंत रेड्डी ने कहा कि उनके प्रशासन ने पिछली बीआरएस सरकार द्वारा शुरू की गई किसी भी योजना को बंद नहीं किया है और कुछ का विस्तार किया गया है। मुख्यमंत्री रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस ने पिछले लोकसभा चुनावों में परोक्ष रूप से भाजपा का समर्थन किया था।
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‘बीआरएस का भाजपा में विलय शुरू हो गया’
रेवंत रेड्डी ने कहा, “के चंद्रशेखर राव की बेटी खुद कहती हैं कि बीआरएस का भाजपा में विलय शुरू हो गया है। बीआरएस का केवल एक अतीत है-उसका कोई भविष्य नहीं है। उसका 25 साल का जीवन समाप्त हो गया है। बीआरएस सुप्रीमो के चंद्रशेखर राव ने अब तक जुबली हिल्स के मतदाताओं से अपनी पार्टी का समर्थन करने की अपील नहीं की है। हमारी सरकार ने राज्य स्तरीय जनगणना सफलतापूर्वक कराई है और यह सुनिश्चित किया है कि केंद्र तेलंगाना के मॉडल का अनुसरण करे। लगभग 70 प्रतिशत वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) 2023 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद स्थापित किए गए।”
इसके अलावा रेवंत रेड्डी ने पिछली बीआरएस सरकार पर कड़ा निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि के चंद्रशेखर राव ने अपने 10 साल के शासन के दौरान राज्य को बर्बाद कर दिया। रेवंत रेड्डी ने दावा किया, “जब केसीआर ने सत्ता संभाली थी, तब तेलंगाना की अर्थव्यवस्था 60,000 करोड़ रुपये के अधिशेष पर थी। पिछली बीआरएस सरकार ने कांग्रेस सरकार को 8.11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज सौंपा था, जो वित्तीय संकट के कारण वेतन देने में असमर्थ थी। केसीआर ने कालेश्वरम सिंचाई परियोजना पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन एक भी एकड़ जमीन सिंचित नहीं हुई।”
रेवंत रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना ने कालेश्वरम के बिना 2.85 करोड़ टन धान उत्पादन के साथ देश में शीर्ष स्थान हासिल किया है। रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने कुलपतियों की नियुक्ति करने में विफल रहने के कारण विश्वविद्यालयों को नष्ट कर दिया और 5,000 विद्यालयों को बंद कर दिया। उन्होंने बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR) पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा, “केटीआर ने अपनी बहन (के कविता) के साथ न्याय नहीं किया और इसके बजाय एम सुनीता (जुबली हिल्स विधानसभा सीट के लिए बीआरएस उम्मीदवार) और उनके परिवार की भलाई के लिए अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बड़े-बड़े बयान दिए। केसीआर अपने फार्महाउस में रह रहे हैं और सत्ता के भूखे केटीआर को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं। पिछली बीआरएस सरकार ने ‘पब संस्कृति को बढ़ावा दिया जबकि कांग्रेस सरकार आम लोगों से जुड़ने की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है।”
