Telangana CM KCR In Nanded: भारत राष्ट्र समिति (BRS) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इस वक्त महाराष्ट्र में अपनी पार्टी का विस्तार करने में लगे हैं। चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में शहरी निकायों के 45,000 से अधिक गांवों में अपनी पार्टी के नेटवर्क का विस्तार करने के लिए एक महीने के कार्यक्रम की घोषणा की।

नांदेड़ में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में केसीआर ने कांग्रेस और भाजपा पर भी निशाना साधा। केसीआर ने कहा कि कैडर को दी जाने वाली यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देश की राजनीति को बदलने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद बीते 75 सालों में बुनियादी सुविधाओं पर जोर नहीं दिया गया। बीआरएस प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य पिछले सात दशकों में गैर-सहयोगी सरकारों की वजह से पिछड़ेपन से जूझ रहे हैं।

केसीआर बोले- अब की बार, किसान सरकार

पूरे महाराष्ट्र से आए तमाम नेताओं और प्रतिनिधियों की मौजूदगी में केसीआर ने प्रशिक्षण शिविर में अपने भाषण की शुरुआत की। केसीआर ने कहा, ‘बीआरएस एक मॉडल तैयार कर रहा है जिसका उद्देश्य “अब की बार किसान सरकार” के नारे के साथ किसानों की सरकार लाना है। उन्होंने कहा कि नांदेड़ जैसे शिविरों में प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं और कैडर से नेतृत्व तैयार किया जा सकता है। केसीआर ने कहा कि बीआरएस एक नए मिशन के साथ आगे बढ़ रहा है, जो देश में बदलाव लाएगा।

राव ने किसानों के कल्याण के लिए ‘तेलंगाना मॉडल’ की बात की। उन्होंने कहा कि ‘क्या किसानों का दर्द खत्म होगा? मुझे विश्वास है कि बीआरएस के नेतृत्व में किसानों का दर्द खत्म हो जाएगा’। उन्होंने कहा कि ‘मेरे सीएम बनने से पहले तेलंगाना में किसान मर रहे थे। आज तेलंगाना मॉडल पूरे देश में मशहूर है। तेलंगाना के हर घर में नल का पानी है’।

केसीआर ने जल आपूर्ति पर जताई चिंता

केसीआर ने महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों में जल आपूर्ति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बीआरएस द्वारा शुरू किया गया मिशन देश में परिवर्तन का रास्ता तय करेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के 45,000 गांवों और 5,000 नगरपालिका वार्डों में एक नया नेतृत्व तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में बीआरएस ही परिवर्तन ला सकती है। उन्होंने कहा कि शिवाजी, डॉ अंबेडकर और ज्योतिबा फुले जैसे लोगों को जन्म देने वाले महाराष्ट्र को जनविरोधी राजनेताओं को सबक सिखाने के लिए आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहिए।