राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि सही समय पर उचित कदम उठाएंगे। एक कार्यकर्ता की पिटाई से जुड़े तेज प्रताप के मामले पर उन्होंने कहा कि वो फिलहाल सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं। लेकिन सभी जानते हैं कि तेजस्वी यादव उपयुक्त समय पर उचित कदम उठाता है।

तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप की ओर से कई पत्रकारों को भेजे गए मानहानि के नोटिस को व्यक्तिगत मामला बता कर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने गलती नहीं की है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने अपने बड़े भाई तेज प्रताप के साथ उन पर आरोप लगाने वाले वर्कर रामराज से बात की है। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि दोनों से बातचीत के बाद वो किस नतीजे पर पहुंचे हैं।

ध्यान रहे कि रामराज का आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पिछले सप्ताह आयोजित राजद की इफ्तार में तेजप्रताप ने उनकी पिटाई की थी। उनका ये भी कहना है कि तेज प्रताप ने उनके सारे कपड़े उतार कर जान से मरवाने की धमकी भी दी थी। बकौल रामराज लालू के बड़े बेटे को अपने छोटे भाई तेजस्वी से चिढ़ है। जो लोग तेजस्वी के करीब हैं वो उनको फूटी आंख भी नहीं देखना चाहते हैं। तेज प्रताप की इस कार्रवाई से नाराज होकर रामराज यादव ने पार्टी दफ्तर जाकर अपना इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था।

उधर, इस मामले के बाद तेज प्रताप ने पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया । सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया। जल्द ही अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा। हालांकि उसके बाद वो मां राबड़ी से मिलने उनके घर पहुंचे थे। उसके बाद से वो मां और छोटे भाई के साथ ही हैं। तेज प्रताप यादव ने खुद को बेकसूर बताया है। उनका कहना है कि बहकावे में आकर रामराज आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने रामराज की एक तस्वीर भी साझा की है।