राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के घर पर हुई छापेमारी को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि बीजेपी के 1000 से ज्यादा विधायक हैं, लेकिन एक के भी घर पर छापा नहीं पड़ा, तो ये सब दूध के धुले हैं क्या। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी इनकी पार्टी में जाता है वो दूध का धुला हो जाता है।

तेजस्वी ने कहा, “लगभग 1000 से ऊपर बीजेपी के विधायक हैं और 300 से भी ज्यादा सांसद हैं, किसी एक के घर भी छापा पड़ा? मतलब बीजेपी में जो लोग हैं वो दूध के धुले हैं क्या? अगर उनके यहां छापा नहीं पड़ रहा है तो बचा कौन रहा है। जो लोग कहै रहे हैं वही लोग बचा रहे हैं। तो ये साफ और स्पष्ट है। जो बीजेपी में जाता है वो दूध का धुला हो जाता है।”

वहीं, पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि बीजेपी वालों के यहां छापा क्यों नहीं पड़ता है तो, वह बोले कि कोई बचाता होगा, जरा पूछिए। ये मेरे लायक सवाल नहीं है, केंद्र में जो लोग बैठे हैं वही इसका जवाब देंगे।

इससे पहले राजद के विधायकों के यहां हुई छापेमारी को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा था कि केंद्र सरकार ने तीनों जमाई (ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स) को मेरे पीछे छोड़ दिया है। इस दौरान, उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के लिए किए गए अपने एक भी वादे को पूरा नहीं किया है। चाहे वो बिहार को पूर्ण राज्य दर्जा देने की बात हो या फिर स्पेशल पैकेज की। बिहार के साथ भेदभाव किया। उन्होंने मोदी सरकार को जुमलेबाज बताया। साथ ही उन्होंने सांप्रदायिक शक्तियों से जनता को सावधान रहने के लिए कहा।

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने उस वक्त सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी को अपने घर में दफ्तर खोलने का न्योता भी दिया था। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर उनसे सवाल पूछा गया था, तो उन्होंने ये बातें कही थीं।

सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स को डिप्टी सीएम ने खुला चैलेंज देते हुए कहा था, “इन सबको मोस्ट वेलकम है। हम तो न्योता देते हैं सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी को कि आओ, आकर मेरे घर में ही अपना दफ्तर खोल लो। तब जाकर शांति होगी और तब भी ना शांति मिले तो हम क्या कर सकते हैं।”