बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पहली दफा आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव अपने पिता और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के लिए रिम्स पहुंचे। हालांकि पिता से मुलाकात के लिए उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ा, क्योंकि जेल प्रशासन की अनुमति मिलने से पहले ही वो रिम्स पहुंच चुके थे। तेज प्रताप शनिवार दोपहर साढ़े बारह बजे रिम्स पहुंच गए मगर तब तक उन्हें जेल अधिकारी से मुलाकात की अनुमति नहीं मिली थी। करीब दस मिनट बाद उन्हें पुलिस प्रशासन की चिट्ठी मिली, इसके बाद वो पेइंग वार्ड में भर्ती अपने पिता से मिलने पहुंचे।

पिता-पुत्र की ये मुलाकात करीब ढाई घंटे तक चली। तेज प्रताप दोपहर तीन बजे पिता से मुलाकात के बाहर बाहर निकले। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव बाद पिता का आशीर्वाद लेने और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने आया था। इसके बाद उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भगवा दल जिसके साथ रहता है उसे ही खा जाता है। इसके लिए उन्होंने अरुणाचल प्रदेश का उदाहरण दिया जहां जेडीयू के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने दावा किया कि बिहार में भी ऐसा ही होने वाला है और सीएम नीतीश का वजूद खत्म हो चुका है।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में चल रही जेडीयू और भाजपा सरकार जल्द गिर जाएगी। चूंकि अंदर ही अंदर भाजपा सभी पार्टियों को खा रही है। जेडीयू के खिलाफ इसकी शुरुआत अरुणाचल से हो चुकी है। अब बिहार में नीतीश की पार्टी का सफाया होगा। पिता के स्वास्थ्य पर तेज प्रताप ने कहा कि उनकी तबियत ठीक नहीं है। लालू जी को किडनी की समस्या है। उल्लेखनीय है कि लालू यादव अपनी गंभीर बीमारियों का रिम्‍स में इलाज करा रहे हैं। पिछले सप्‍ताह लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्‍वी यादव उनसे मिलने के लिए रांची आए थे।

इधर अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने शनिवार को संकेत दिया कि अगर उस घटनाक्रम के बाद यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ संबंध तोड़ लेते हैं तो उसके साथ नए सिरे से गठबंधन की संभावनाएं बन सकती हैं। हालांकि आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने स्पष्ट किया कि गेंद जेडीयू नेतृत्व के पाले में हैं, जिन्हें समझना चाहिए कि अरुणाचल प्रदेश में जद(यू) विधायकों के सामूहिक रूप से भाजपा में शामिल होने के घटनाक्रम का मकसद ‘पुरानी बातों का बदला लेना’ है।