Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर 9 नवंबर को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है और उससे ठीक पहले जनशक्ति जनता दल के नेता और महुआ से प्रत्याशी तेज प्रताप यादव की सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने उनकी सुरक्षा में इजाफा करते हुए उन्हें वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है।
वाई प्लेस श्रेणी की सुरक्षा की बात करें तो इसके तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ के साथ 11 जवान होते हैं। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में तेज प्रताप की सुरक्षा संबंधित रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है।
लालू यादव ने किया था पार्टी से बाहर
तेज प्रताप यादव आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं और बिहार की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। अनुष्का यादव को लेकर विवादों के बाद लालू ने तेज प्रताप यादव को अपनी पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद तेज प्रताप यादव काफी चर्चा में रहे थे।
अलग पार्टी बनाकर लड़ा महुआ सीट से चुनाव
तेज प्रताप यादव ने आरजेडी से निकाले जाने के बाद अपनी नई पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ बनाई थी। इसके बाद उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के तहत कई सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे और खुद भी राजद की परंपरागत महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। महुआ सीट पर 6 नवंबर को पहले फेज में वोटिंग हो चुकी है, जिसके बाद तेज प्रताप दूसरे फेज में चुनाव लड़ रहे अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में खूब प्रचार कर रहे हैं।
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तेजस्वी के खिलाफ किया था प्रचार
दिलचस्प बात यह है कि तेज प्रताप यादव ने के खिलाफ तेजस्वी यादव ने महुआ के राजद प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार किया था, जिसके चलते जवाबी रुख अपनाते हुए तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी की सीट राघोपुर में, जनशक्ति जनता दल के प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया था।
भाइयों में खटास के कयास
तेज प्रताप यादव आरजेडी से निकाले जाने और तेजस्वी यादव के महुआ सीट पर उनके खिलाफ प्रचार करने का बाद अपने ही भाई के खिलाफ ज्यादा आक्रामक हो गए हैं। हाल ही में एक वीडियो में सामने आया था, जिसमें एयरपोर्ट में तेज प्रताप शॉपिंग कर रहे थे, जबकि तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी के साथ पहुंचे थे। इस दौरान दोनों भाइयों की नजरें तो मिली, लेकिन दोनों ने ही एक दूसरे से मुलाकात नहीं की।
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इसके चलते यह कयास भी लगाए जाने लगे कि क्या तेज प्रताप और तेजस्वी में खटास निजी तौर पर भी बढ़ गई है। हालांकि तेज प्रताप से महुआ से लड़ने को लेकर आरजेडी नेत्री राबड़ी देवी ये कह चुकी हैं, कि वो तेज प्रताप की जीत चाहती हैं, जबकि दबें मुंह रोहिणी आचार्य भी तेज प्रताप को जीत का आशीर्वाद देने की बात कह चुकी हैं।
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रवि किशन से दो बार हुई एयरपोर्ट पर मुलाकात
दिलचस्प बात यह भी है कि बिहार के चुनावी घमासान के बीच लगातार दो बार पटना एयरपोर्ट पर जेजेडी चीफ तेज प्रताप यादव और बीजेपी सांसद रवि किशन की मुलाकात हुई। इस दौरान तेज प्रताप ने कहा कि संयोग है कि हम कल भी मिले और आज भी मिले। रवि किशन ने कहा कि अब संगे शंखनाद होई। इतना ही नहीं इस दौरान दोनों ही एक दूसरे की जमकर तारीफ भी कर चुके हैं।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि तेज प्रताप ने खुलकर यह कहा है कि वे दोबारा आरजेडी में कभी नहीं जाएंगे। दूसरी ओर जब से तेजस्वी के खिलाफ आक्रामक तेज प्रताप आक्रामक हुए हैं, तब से तेज प्रताप को लेकर एनडीए और खासकर बीजेपी नेताओं का रुख काफी नर्म हो हुआ है। टीवी डिबेट्स से लेकर सोशल मीडिया तक, बीजेपी नेता और प्रवक्ता कई मुद्दों पर तेज प्रताप की तारीफ करते दिखे हैं।
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