बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। चारों ओर केवल चुनाव की ही चर्चाएं हो रही हैं। सभी पार्टियों की ओर से चुनावी रैलियां और सभाएं भी तेजी से शुरू हो गई है। ऐसे में दोनों प्रमुख गठबंधनों की ओर से एक-एक उम्मीदवार का पर्चा खारिज हो गया है। एक तरफ जहां सत्तारूढ़ एनडीए ने निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन कर दिया है। तो वहीं महागठबंधन ने लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की जनशक्ति जनता दल के प्रत्याशी को समर्थन दे दिया है। ये पहली बार है जब तेज प्रताप यादव को महागठबंधन का साथ मिला है।

दरअसल एनडीए गठबंधन में सीट बटवारे के दौरान छपरा की मढ़ौरा सीट केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी-आर के खाते में आई। जिसके बाद पार्टी ने यहां से सीमा सिंह को उम्मीदवार बनाया। लेकिन सीमा सिंह का नामांकन निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया। ऐसे में पार्टी ने यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अंकित कुमार को अपना समर्थन दिया है।

एलजेपी-आर से है तेज प्रताप की पार्टी का मुकाबला

मढ़ौरा विधानसभा सीट की बात करें तो वर्तमान में जितेंद्र कुमार राय यहां से आरजेडी के विधायक हैं। ऐसे में अब आगामी चुनाव के दौरान अंकित कुमार एनडीए समर्थित उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला राजद के जितेंद्र कुमार राय से होना है।

वहीं पूर्वी चंपारण की सुगौली सीट पर भी कुछ ऐसा ही हुआ। यहां से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने शशि भूषण को अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन निर्वाचन आयोग ने उनका नामांकन किसी कारण से खारिज कर दिया। ऐसे में महागठबंधन ने यहां से तेज प्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार श्याम किशोर चौधरी को समर्थन देने का ऐलान किया है। उनका मुकाबला एलजीपी-आर के राजेश कुमार उर्फ बब्लू गुप्ता से है।

पिछले चुनाव में 11 सीटों पर एक हजार से कम था मार्जिन, यहां मात्र 12 वोट से हारा था राजद उम्मीदवार

यानी कि वीआईपी पार्टी द्वारा किए गए इस ऐलान के बाद ये फैसला हुआ। पार्टी ने समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि श्याम किशोर भी केवल समाज से आते हैं ऐसे में उनको समर्थन करना समाज को आगे बढ़ाना है। वहीं सुगौली की वर्तमान स्थिति की बात करें तो यहां से राजद के शशि भूषण सिंह विधायक हैं।