तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में बीजेपी की सहयोगी पार्टी AIADMK के एक विधायक को अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में विरोध का सामना करना पड़ा। AIADMK विधायक के. मणीकम चुनाव प्रचार के लिए मदुरै जिले के शोलावनंदन निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले थांडलाई गांव गए थे। इस दौरान वहां के लोगों ने विधायक का स्वागत खराब चावल के साथ किया।

विधायक जब गांव पहुंचे तो 50 से अधिक महिलाओं और बच्चों ने विधायक की चावल के दानों से भरी थाली से आरती उतरी। इस गांव की परंपरा है कि जब भी कोई मेहमान गांव आता है तो उसका स्वागत इसी तरह किया जाता है। लेकिन थाली में जो चावल थे वे पीले और काले रंग के थे। एक महिला ने बताया कि ये चावल सार्वजनिक वितरण की दुकान से खरीदा गया था। महिलाओं के इस तरह से विरोध करने पर विधायक के साथ मौजूद AIADMK कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।

विधायक के साथ मौजूद AIADMK कार्यकर्ताओं ने हिलाओं को शांत करने का प्रयास किया लेकिन गांव वालों ने अपना विरोश जारी रखा। जिसके बाद विधायक को उल्टे पांव लौटना पड़ा। एक महिला ने कहा कि हमने इस चावल की कई बार स्थानीय नगरपालिका में शिकायत की है। लेकिन इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई।

महिला ने कहा कि इतनी खराब क्वालिटी का चावल कोई कैसे खा सकता है। महिला ने कहा “हम भी उनकी तरह इंसान हैं, हम इसे कैसे खा सकते हैं? हम इस चावल को फेंक रहे हैं क्योंकि यह खाने लायक नहीं है।” गांव वालों ने विधायक से शिकायत करते हुए लह “हमने पार्टी के लिए वोट किया है लेकिन उन्होने हमारे लिए क्या किया। विधायक पांच साल बाद इस जगह पर आए हैं। क्या यहाँ पानी का पाइप है? क्या आपने उचित सड़कें बनवाई हैं? यहां तक ​​कि आपकी कारें भी इन सड़कों पर ठीक से नहीं आ सकती हैं। ”

शर्मिंदा विधायक ने ग्रामीणों को संबोधित किया और जल्द से जल्द इस मुद्दे को हल करने का वादा किया। विधायक ने कहा ” यह मुद्दा मेरे संज्ञान में नहीं आया और अगर चावल अच्छी गुणवत्ता का नहीं है तो लोग क्यों खरीद रहे हैं? आप मुझे सीधे कॉल कर सकते थे और मैंने इसपर आवश्यक कार्रवाई की होती। मैं अधिकारियों से तुरंत बात करूंगा और उन्हें कल इस जगह पर आने के लिए कहूंगा।”