राजधानी दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने के साथ ही बुधवार से पॉश और स्टाइलिश लिकर स्टोर खुल गए। शराब पीने वालों को अब और बेहतर तरीके से शराब पीने का आनंद मिल सकेगा। इसके तहत शहर के कोने-कोने में मौजूदा शराब की दुकानों की जगह कम से कम 500 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले वॉक-इन सुविधा वाले आलीशान शराब की दुकानें खोली गई हैं। ये दुकानें बड़ी और वातानुकूलित होंगी।

फिलहाल महानगर के 32 जोन में शराब की दुकानें खोली जाएंगी। एक जोन में 27 शराब की दुकानें होंगी। एक अधिकारी ने कहा, “हमने लगभग 350 दुकानों को अस्थायी लाइसेंस दिए हैं और 10 थोक लाइसेंसधारियों के साथ 200 से अधिक ब्रांडों का पंजीकरण किया गया है। थोक लाइसेंसधारियों ने अब तक विभिन्न ब्रांडों की नौ लाख लीटर शराब की खरीद की है।”

हालांकि कई लोगों और शराब व्यवसायियों ने पहले दिन नई शराब व्यवस्था में आपूर्ति की किल्लत होने और अराजकता की आशंका जताई है। दूसरी तरफ आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लोगों को कोई समस्या न हो, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। शराब के नए ठेके सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुले रहेंगे।

उन्होंने कहा कि 32 जोनों में सभी आवेदकों को लाइसेंस वितरित किए गए हैं, लेकिन नई आबकारी नीति के पहले दिन लगभग 300-350 दुकानों के संचालन शुरू होने की संभावना है। अब रेस्तरां में बोतलों में शराब की बिक्री की भी अनुमति दे दी गई है। सभी दुकानों में सीसीटीवी कैमरों लगाए जाने अनिवार्य है। इसके अलावा नई नीति में सड़कों और फुटपाथों पर लोगों की भीड़ के साथ ग्रिल्ड दुकानों के माध्यम से शराब बेचने की अनुमति नहीं होगी। 2,500 वर्ग फुट क्षेत्र में पांच सुपर-प्रीमियम खुदरा दुकानें खोली जा सकती हैं।

आबकारी विभाग दिल्ली में पंजीकृत होने वाले ब्रांडों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) तय करने में लगी है। विभाग के मुताबिक सभी प्रकार की शराब के थोक मूल्य में 8-9 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।

नई आबकारी नीति में कहा गया है कि एल-17 रेस्तरां में गिलास या पूरी बोतलों में शराब परोसी जाएगी और यह सुनिश्चित करने की पूरी जिम्मेदारी लाइसेंसधारी की होगी कि कोई बोतल परिसर से बाहर न जाए।