महाराष्ट्र में विधायकों के बाद अब सांसद भी बागी तेवर अख्तियार कर रहे हैं। राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने मंगलावर को पूर्व सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। मुंबई साउथ सेंट्रल से सांसद राहुल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर उन्हें एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात कही।
पत्र में शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने लिखा-
शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने अपने पत्र में लिखा कि द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी नेता हैं और सामाजिक क्षेत्र में उनका अतुलनीय योगदान है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर दो लोग मैदान में हैं द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा। आदिवासी समुदाय से आने वाली मुर्मू का योगदान सामाजिक तौर पर बहुत बड़ा है। राजनीति में आने से पहले वह एक अध्यापिका थीं। उन्होंने झारखंड के राज्यपाल के तौर पर भी काफी अच्छा काम किया। शेवाले ने मुर्मू के सामाजिक और सफल राजनीतिक जीवन की सराहना की और कहा कि जब बालासाहेब एनडीए के साथ गठबंधन में थे, तब भी उन्होंने उस वक्त राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए की उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था।
राहुल ने आगे लिखा कि शिवसेना ने दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की उपलब्धियों का सम्मान करते हुए उनका समर्थन किया था। इस परंपरा को ध्यान में रखते हुए शिवसेना को द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए और पार्टी के सभी सांसदों को आदिवासी समुदाय की एक महिला का सम्मान करने का निर्देश देना चाहिए।
बता दें कि 9 जून को चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई की तारीख घोषित की है। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
क्या कहता है संविधान का अनुच्छेद 62-
संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार वर्तमान राष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही नए राष्ट्रपति का चुनाव हो जाना चाहिए। इसी बीच एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू अपने लिए समर्थन जुटाने के लिए 10 जुलाई को कर्नाटक का दौरा करेंगी।
जानिए कौन हैं एनडीए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू-
द्रौपदी मुर्मू के नाम देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर का तमगा भी है। 2015-2021 के बीच वह झारखंड की गवर्नर रही हैं। 20 जून 1958 में जन्मीं मुर्मू की पढ़ाई-लिखाई भुवनेश्वर के रमादेवी वुमेंस कॉलेज से हुई है। वह स्नातक हैं। उनके पति श्याम चरण मुर्मू इस दुनिया में नहीं हैं। उनके एक बेटी है। उसका नाम इतिश्री मुर्मू है। इतिश्री का विवाह हो चुका है।
2013 से 2015 तक मुर्मू बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहीं। 2010 में उन्होंने मयूरभंज (पश्चिम) से बीजेपी की जिला अध्यक्ष की कमान संभाली। उन्हें 2007 में सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। 2006-2009 के बीच वह बीजेपी की एस.टी. मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। 2004-2009 के बीच द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर से विधानसभा सदस्य थीं। 2002-2009 के बीच मुर्मू ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर एस.टी. मोर्चा की जिम्मेदारी संभाली। 2000-2004 के बीच वह ओडिशा सरकार में परिवहन और वाणिज्य विभाग की मंत्री रही हैं। 2002-2004 के बीच उन्होंने ओडिशा सरकर के पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी संभाली। 1997 में वह पार्षद बनीं थीं।
एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदावर घोषित होने पर प्रधानमंत्री ने दी थी बधाई-
द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार चुने जाने पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था, ‘मुझे विश्वास है कि वह एक महान राष्ट्रपति होंगी।’ पीएम ने लिखा था, द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा में समर्पित किया है। उन्होंने गरीबों, दलितों के साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए अपनी ताकत झोंक दी। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। विश्वास है कि वह देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी।